अलीगढ़ में तीसरी लहर की आशंका के चलते टेस्टिंग जारी रखेगा स्वास्ध्य विभाग Aligarh news
जिले में भले ही अब ज्यादा नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने न आ रहे हो। अधिकतर कोविड अस्पताल भी मरीजों से खाली हो चुके हो। अभी भी रोजाना चार से पांच हजार लोगों के सैंपल रोजाना कोविड जांच के लिए लिए जा रहे हैं।
अलीगढ़, जेएनएन । जिले में भले ही अब ज्यादा नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने न आ रहे हो। अधिकतर कोविड अस्पताल भी मरीजों से खाली हो चुके हो, लेकिन सरकार ने संदिग्ध मरीजों की जांच बंद नहीं कराई है। अभी भी रोजाना चार से पांच हजार लोगों के सैंपल रोजाना कोविड जांच के लिए लिए जा रहे हैं। दरअसल, दूसरी लहर भले ही खत्म होने के कगार पर हो, तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि सैंपलिंग के जरिए कोरोना की तीसरी लहर को बढ़ने से पहले ही थामा जाएगा। लिहाजा, सैंपलिंग व टेस्टिंग की रफ्तार पहले की तरह ही रखी गई है। अब तक 10 लाख से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।
25 फीसद आबादी की जांच हुई
जनपद में कोरोना की रफ्तार थामने के लिए अप्रैल में युद्ध स्तर पर सैंपलिंग व टेस्टिंग अभियान शुुरू किया गया। संदिग्ध मरीजों के अलावा सरकारी कार्यालयों में जाकर समूूह में सैंपल लिए गए। इसका फायदा ये हुआ कि रोजाना 350-400 तक नए संक्रमित मरीजों का पता चला। रिपोर्ट आते ही इनके संपर्क में आए स्वजन व अन्य लोगों के सैंपल ले लिए गए। इससे संक्रमण की चेन को बनने से पहले ही तोड़ दिया गया। अब तक कुल आबादी (करीब 37 लाख) के 25 फीसद से अधिक लोगों की सैंपल लेकर जांच की जा चुकी है। रविवार को भी करीब चार हजार लोगों के सैंपल लिए गए। इसमें शनिवार तक 10 लाख 15 हजार 888 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। इसमें चार लाख 43 हजार 650 आरटीपीसीआर व पांच लाख 69 हजार 358 एंटीजन टेस्ट शामिल हैं। जांच में 21 हजार से अधिक लोग संक्रमित पाए गए। अप्रैल से लेकर अब तक दूसरी लहर में ही करीब नौ हजार संक्रमित मरीजों का पता चला।
तीसरी लहर का खतरा
सरकारी प्रयासों व लोगों की सजगता से दूसरी लहर कमजोर पड़ गई है। संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है। करीब 35 ही सक्रिय मरीज हैं। केवल चार-पांच मरीज ही कोविड अस्पतालों में भर्ती हैं। चार मरीज दीनदयाल अस्पताल व एक जीवन ज्योति में भर्ती है। 23 मरीज होम आइसोलेशन में तथा 11 जनपद से बाहर हैं। इस तरह संक्रमण दर व सक्रिय मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है, लेकिन वायरस का खतरा टला नहीं है। यदि लापरवाही बरती गई तो तीसरी लहर कभी भी दस्कत दे सकती है, जिसमें बच्चों पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में सरकार ने पहले की तरह ही सैंपलिंग करते रहने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं।
ये है सैंपलिंग की स्थिति
तिथि, कुल सैंपल
19 जून, 4299
18 जून, 5082
17 जून, 5180
16 जून, 4910
15 जून, 4672
14 जून, 5180
13 जून, 3098
12 जून, 5083
इनका कहना है
कोरोना की दूसरी लहर भले ही खत्म हो गई हो, लेकिन अब तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। यह वायरस तेजी से फैलता है, ऐसे में सैंपलिंग कर ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच करके ही चेन को बनने से रोका जा सकता है। इसलिए रोजाना चार से पांच हजार लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं।
- डा. बीपीएस कल्याणी, सीएमओ।