अलीगढ़ में पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर की आत्महत्या
जासं अलीगढ़ गंगीरी क्षेत्र के गांव कसेरी निवासी एक युवक ने गांव के सहारे लगे पेड़ पर रस्
जासं, अलीगढ़: गंगीरी क्षेत्र के गांव कसेरी निवासी एक युवक ने गांव के सहारे लगे पेड़ पर रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
थाना क्षेत्र के गांव कसेरी निवासी साहब सिंह यादव का 18 वर्षीय पुत्र ग्रीस मेरठ में गन्ना कांटे पर काम करता था। वह वहां से छह दिन पूर्व गांव आया था। शुक्रवार की सुबह वह घर से मेरठ के लिए निकला था। परंतु वह मेरठ न जाकर अकराबाद के गांव मानई निवासी अपनी बहन के यहां घूमने चला गया था। वह वहां से करीब छह बजे गांव आ गया और उसके बाद वह घर से खेत पर जाने की कहकर निकल गया। रात को करीब 10 बजे उसके पिता खेत से जब घर पहुंचे तो ग्रीस के बारे में स्वजनों से जानकारी ली। स्वजनों ने बताया कि वह घर से खेत पर जाने की कहकर गया था। रात को स्वजनों ने कई जगह तलाश किया, परंतु उसका पता नहीं चला। शनिवार की सुबह करीब पांच बजे जंगल को जा रहे लोगों की निगाह पेड़ पर लटक रहे शव पर पड़ी तो उन्होंने गांव में सूचना दी। ग्रामीणों ने पेड़ से शव को नीचे उतार लिया और पुलिस को काल कर दिया। मौके पर एसओ नित्यानंद पांडे पहुंच गए। सूचना पर तहसीलदार अतरौली भी पहुंच गए। मृतक के पिता शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। काफी समझाने के बाद मृतक के पिता पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। पोस्टमार्टम के बाद शव का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।
वहीं खैर कोतवाली क्षेत्र के गांव विशनपुरी में 35 वर्षीय महिला विनीता पत्नी जीतेंद्र अहेरिया ने शनिवार की शाम फांसी लगाकर जान दे दी। स्वजन मेहनत-मजदूरी का काम करने गए थे, तभी महिला ने कमरे में रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। स्वजनों के घर आने पर शव फांसी पर लटका देख उनके होश उड़ गए। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया।
मृतका के पुत्र 14 वर्षीय प्रिस ने बताया कि सुबह उसकी मां खाना बना रही थी तभी पिता से कहासुनी हुई थी। पिता मजदूरी करने कभी-कभी जाते हैं और रोजाना शराब का सेवन करते हैं। मां विरोध करती तो मारपीट करते थे। मां सिलाई का काम करती थी इसी कारण वह परेशान रहती थी। इसी के चलते मां ने फांसी लगाकर जान दे दी। विनीता की मौत की सूचना पर गांव बन्थल एटा से मायके वाले भी कोतवाली खैर पहुंच गए। विनीता की मां, भाई, भाभी व भतीजे ने जमकर हंगामा काटा। इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने हंगामा कर रहे मायके वालों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। मृतका विनीता ने दो बेटे और दो बेटियों को रोते बिलखते छोड़ा है।