Hathras Jamuna Bagh Case: जमुना बाग के मामले में दोनों पक्षों ने दाखिल किए जवाब, सुनवाई आज
जमुनाबाग मामले में जिला प्रशासन की त्वरित कार्यवाही जारी है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने इस बहुचर्चित विवाद को लेकर मुकुल उपाध्याय और आशीष शर्मा पक्ष को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 145 के तहत नोटिस भेजे थे। शुक्रवार को एसडीएम कोर्ट में इस संबंध में सुनवाई होगी।
By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 06 Nov 2020 07:12 AM (IST)Updated: Fri, 06 Nov 2020 07:12 AM (IST)
हाथरस, जेएनएन। जमुनाबाग मामले में जिला प्रशासन की त्वरित कार्यवाही जारी है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने इस बहुचर्चित विवाद को लेकर मुकुल उपाध्याय और आशीष शर्मा पक्ष को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 145 के तहत नोटिस भेजे थे। गुरुवार को दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के समक्ष जवाब दाखिल किए। शुक्रवार को एसडीएम कोर्ट में इस संबंध में सुनवाई होगी।
दोनों पक्ष नहीं कर सकेंगे निर्माण
अलीगढ़ रोड पर जमुनाबाग की बेशकीमती जमीन की लड़ाई सड़क पर आ गई है। इस मामले में पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय और नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा आमने-सामने हैं। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पहले ही जमीन पर यथास्थित के आदेश दे चुके हैं। तीन दिन पहले ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दोनों पक्षों को धारा 145 का नोटिस जारी किए थे। कोई भी पक्ष जमीन पर निर्माण कार्य नहीं कर सकता है। गुरुवार को दोनों पक्षों के पैरोकारों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के समक्ष जवाब दाखिल किया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि शुक्रवार को दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए बुलाया गया है। दोनों पक्षों के साक्ष्यों के आधार पर निर्णय किया जाएगा।
निर्णय न होने 146 की कार्रवाई
जमुनाबाग मामले में दोनों पक्षों को 145 के तहत नोटिस देकर सुनवाई के लिए बुलाया गया है। सुनवाई में अगर कोई निर्णय नहीं हो पाता है तो 146 की कार्रवाई करते हुए जमीन को जिला प्रशासन अपने अधीन कर सकता है। यह जमीन तब तक जिला प्रशासन के कब्जे में रहेगी, जब तक कोर्ट से कोई फैसला नहीं हो जाता।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कराई पैमाइश
जमुनाबाग प्रकरण में पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय और हनुमान प्रसाद पोद्दार की ओर से जिलाधिकारी के यहां शिकायत की गई है, जिसकी जांच ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कर रहे हैं। इस जांच के तहत ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने गुरुवार को जमुनाबाग जाकर मौका मुआयना किया। उन्होंने दोनों पक्षों से प्रस्तुत नक्शों के हिसाब से जमीन की भौगोलिक स्थिति को समझा। इतना ही नहीं उन्होंने नक्शों के अनुसार जमीन की पैमाइश भी कराई। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि नक्शों के हिसाब से जमीन की नाप कराई गई है।
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