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Special On National Handloom Day: आधुनिकता से जोड़ा जाएगा हथकरघा कारोबार Aligarh News

हथकरघा (हैंडलूम) कारोबार को आधुनिकता से जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत मुहिम में बुनकरों को शामिल किया जाएगा। सर्वे शुरू हो गया है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 12:14 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 03:02 PM (IST)
Special On National Handloom Day: आधुनिकता से जोड़ा जाएगा हथकरघा कारोबार Aligarh News
Special On National Handloom Day: आधुनिकता से जोड़ा जाएगा हथकरघा कारोबार Aligarh News

अलीगढ़ [मनोज जादौन]: हथकरघा (हैंडलूम) कारोबार को आधुनिकता से जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत मुहिम में बुनकरों को शामिल किया जाएगा। सर्वे शुरू हो गया है। सरकार ने झलकारीबाई हथकरघा विकास व झलकारी बाई पावरलूम विकास योजना तैयार की हैं। इनके जरिये बुनकरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सब्सिडी पर लोन मिलेगा।
हैंडलूम कारोबार वजूद के लिए संघर्ष कर रहा है। पहले जिले में 60 करोड़ रुपये सालाना कारोबार था। 15 साल पहले तक कारोबारियों को कुल बेचे गए माल पर 10 फीसद मार्केङ्क्षटग इंसेटिव (प्रोत्साहन राशि) मिलती थी, जिसे बंद कर दिया गया।  उत्तर प्रदेश राज्य हथकरघा निगम की दुकानें बंद कर दी गईं। माल की बिक्री की भी समस्या है। 40 नंबर से नीचे का सूत पावरलूम व मिल नहीं बना सकते। छह नंबर, 10 व 20 नंबर का सूत हैंडलूम पर ही बनाने का नियम है। इसका पालन नहीं कराया जा रहा है। नियम विरुद्ध देशभर की मिलें इस नंबर के धागे से खेस, चादर व अन्य वस्त्र तैयार कर रही हैं।

600 बुनकर पंजीकृत
जिले में 600 बुनकर पंजीकृत हैं। यहां अतरौली के छर्रा, हबीबपुर, धनसारी, रुखाला, नाह, काजिमाबाद, सफेदपुरा, जारौठ, बिजौली, कौडिय़ागंज, टप्पल, इगलास व गभाना तहसील में बुनकर हैं। शहर में बिहारी नगर, पला रोड आदि क्षेत्र में भी बुनकर हैं।
बरसता है रोजगार : सहकारी समितियां देहात में बुनकरों को क'चा माल (धागा) उपलब्ध कराती हैं। वे फर्स, रजाई, दरी, गमछा, पायदान, खेस, पट्टी, सोफा कबर, बेडशीट, कतरन, आसन, दरी बुनते हैं।

शटल लेस पावरलूम का प्रशिक्षण
सरकार झलकारीबाई हथकरघा विकास योजना में बुनकरों को लूम लगाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। झलकारीबाई पावरलूम विकास योजना में शटल लेस पावरलूम का बुनकरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

पुरस्कार के लिए करें आवेदन
संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के लिए आवेदन मांगे गए हैं। हथकरघा विभाग के क्षेत्रीय इंस्पेक्टर मोहम्मद हारुन कुरैशी ने बताया कि आवेदन 15 सितंबर तक जमा किए जा सकते हैं। मंडल स्तर पर पहला पुरस्कार 20 हजार, दूसरा 15 हजार व तीसरा 10 हजार रुपये का होगा। डीएम प्रमाणपत्र भी देंगे।

झलकारीबाई हथकरघा विकास व झलकारीबाई पावरलूम विकास प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। इन पर काम तेजी से चल रहा है।
अरविंद सिंह, सहायक आयुक्त, हथकरघा व वस्त्र उद्योग अलीगढ़

सरकार हैैंडलूम कारोबार को आधुनिकता से जोड़ रही है। नई पीढ़ी इससे जुड़ी रही है, गांव में रोजगार के साधन बनते हैैं। यहीं हम लोग चाहते हैं।
रघु प्रकाश, महिला बुनकर सहकारी समिति प्राइवेट लिमिटेड

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