ओले और बारिश के कहर से फसलें बर्बाद, हाथरस में एक किसान की मौत Aligarh News
ओले और बारिश से शुक्रवार को किसानों के सपने धुल दिए। बारिश से फसलें बिछने से हाथरस में एक किसान की मौत हो गई जबकि कई किसान फसल देखकर सदमे आ गए।
अलीगढ़ [जेएनएन]: ओले और बारिश से शुक्रवार को किसानों के सपने धुल दिए। बारिश से फसलें बिछने से हाथरस में एक किसान की मौत हो गई जबकि कई किसान फसल देखकर सदमे आ गए। अधिकांश खेतों में तो लाहा कट गए थे, जिसकी बाली खराब हो जाएगी। गेहूं में भी बाली आने लगी थी, मगर तेज हवा के साथ बारिश से गेहूं की फसल बिछ गई है। जिससे गेहूं की पैदावार तो प्रभावित होगी, उसके दाने भी खराब होंगे। आलू की फसल भी बर्बाद होने के आसार हैं। उनकी सालभर की मेहनत पर पानी फिर गया।
किसान उत्तम सिंह सदमे में खेत में गिर पड़े
हाथरस के मुरसान में रात को आयी आंधी और बारिश के बाद गेंहू की फसल में हुआ नुकसान। खेत में बिछी गेहूं की फसल को देखकर किसान बच्चू सिंह (60) पुत्र लाखन सिंह निवासी धाधऊ की मौत हो गई। सादाबाद में फसल को देखने गए किसान उत्तम सिंह सदमे में खेत में गिर पड़े। अन्य किसानों द्वारा जैसे तैसे उनको उठाकर घर पहुंचाया गया।
दिन में ही बदल गया था मौसम
शनिवार को दोपहर से मौसम का मिजाज बदलने लगा था। हल्की बूंदाबांदी होने लगी थी। दोपहर तीन बजे चंडौस में बारिश के बाद ओले भी पडऩे लगे। इससे किसानों की गेहूं और लाहा की फसल को काफी नुकसान हुआ है। जवां में भी दोपहर में बारिश शुरू हुई। मगर, रात आठ बजे किसानों के लिए मौसम आफत बनकर आया। धनीपुर क्षेत्र में ओले पडऩे शुरू हो गए। इससे गेहूं, लाहा और आलू की फसल तबाह हो गई। पूरे जिले में तेज बारिश ने रिकार्ड तोड़ दिया। फरवरी में आंधी के साथ इतनी तेज बारिश पहले कभी नहीं हुई। आंधी के चलते गेहूं, लाहा की फसलें खेतों में बिछ गई। इगलास, खैर आदि क्षेत्रों में आलू की खोदाई चल रही थी। इससे आलू को भी काफी नुकसान हुआ है। रसूलपुर के प्रगतिशील किसान प्रीतम सिंह की आंखें छलक आईं। उन्होंने कहा कि तेज आंधी-बारिश से उनकी पूरी उम्मीदें धुल गईं। प्रीतम सिंह ने कहा कि मौसम ने ऐसा कर दिया कि किसानों के घरों में चूल्हा जलना भी मुश्किल हो जाएगा।
ध्वस्त हुई बिजली आपूर्ति, दर्जनों पोल धराशायी
आंधी-बारिश से जिले की आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गई। आंधी के चलते जिले में दर्जनों बिजली के पोल गिर गए, जिससे आपूर्ति ठप हो गई। दो घंटे लगातार बारिश होने के चलते आपूर्ति बहाल करने में दिक्कत भी हुई। गभाना में 8:30 बजे बिजली गुल हो गई। रात नौ बजे आई, मगर ट्रिपिंग मारती रही। जवां, अतरौली, इगलास और खैर में भी बिजली व्यवस्था लड़खड़ा गई।
शहर में ठप रही बिजली
शहर में 33 केवी की लाइन में फाल्ट आने से बारहद्वारी क्षेत्र में आपूर्ति ठप हो गई। स्वर्णजयंती नगर, लाल डिग्गी, लाल ताल, हाथरस अड्डा, विक्रम कॉलोनी आदि बिजलीघरों में तो पानी घुस गया, जिससे आपूर्ति ठप करनी पड़ गई। तृतीय खंड में भी आपूर्ति कुछ देर के लिए बंद करनी पड़ी। कई स्थानों पर बिजली के तारों पर पेड़ टूटकर गिर जाने से भी आपूर्ति ठप हो गई। रात में 11 बजे के बाद से कुछ जगहों पर लाइनमैन लाइट ठीक करने में जुटे। अधीक्षण अभियंता एसके जैन ने कहा कि तेज आंधी के चलते रात में कुछ देर के लिए शट डाउन कर लिया गया था, मगर फिर आपूर्ति बहाल कर दी गई।
बारिश से शहर में जलभराव
लगातार दो घंटे बारिश होने से शहर के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। शहर में सौ फुटा रोड तो पूरी तरह से लबालब हो गया। इसके अलावा सुरेंद्र नगर में गुरुद्वारा रोड, गांधी आई हॉस्पिटल के सामने रामघाट रोड, दुर्गाबाड़ी, सेंटर प्वाइंट से स्टेशन की तरफ, महाजन पैलेस के सामने आदि स्थानों पर जलभराव हो गया। पुराने शहर में रघुवीरपुरी, मसूदाबाद, बारहद्वारी, खैर रोड आदि स्थानों पर भी जलभराव हो गया। इससे नगर निगम द्वारा नाले सफाई की पोल खुल गई।
बच्चों-बुजुर्गों की सेहत का रखें ख्याल
मौसम का मिजाज शनिवार को अचानक बदल गया। रात को झमाझम बारिश से ठंड बढ़ गई। जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. यशपाल रावल ने कहा कि बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम, वायरल के साथ त्वचा रोगियों की संख्या बढ़ गई है। बच्चों और बुजुर्गों की सेहत को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है।