Sir Syed Day Celebrations : मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक बोले, आजाद भारत में कभी शिक्षा के बजट पर बहस नहीं हुई, शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अफसोस जताते हुए कहा है कि आजादी के बाद से आजतक एजूकेशन के बजट पर चर्चा नहीं कर पाए। बिना चर्चा के ही बजट पास हो जाता है। हमें शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा।
अलीगढ़, जेएनएन। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अफसोस जताते हुए कहा है कि आजादी के बाद से आजतक एजूकेशन के बजट पर चर्चा नहीं कर पाए। बिना चर्चा के ही बजट पास हो जाता है। हमें शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा। यही कारण है कि हम नोबल पुरस्कार विजेता पैदा नहीं कर पा रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) बेहतर काम कर रही है। यहां के छात्र दुनिया भर में अपनी चमक बिखेेरे हुए हैं। अलीगढ़ का उन पर बहुत बड़ा अहसान है।
अलीगढ़ से लड़ा था लोकसभा चुनाव
राज्यपाल सत्यपाल मलिक शनिवार को एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खां के जन्म दिवस पर ऑनलाइन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, पता नहीं इस कर्ज को कभी उतार पाऊंगा या नहीं। अलीगढ़ से जब मैंने लोकसभा चुनाव लड़ा था तब शहर के लोगों से विवाद हो गया था। तब एएमयू के छात्र उनके साथ आ गए थे। मशहूर इतिहासकार प्रो. इरफान हबीब व मरहूम शायर शहरयार ने उनकी पर्ची तक बनाईं थीं। एएमयू के लिए आज बड़ा दिन है। ये संस्था आज अपनेे सौ वर्ष पूरे होने का जश्न मना रही है। कोरोना संकट न होता तो ये समारोह पूरी दुनिया में शान से मनाया जाता। उन्होंने बेहतर कार्य के लिए कुलपति प्रो. तारिक मंसूूर की तारीफ भी की। इससे पहले कार्यक्रम के शुरू में उन्होंने सर सैयद एक्सीलेंस अवार्ड, अंतर राष्ट्रीय वर्ग में यूएसए की टेक्सस यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग की प्रो. गेल मिनाल्ट को और राष्ट्रीय वर्ग में प्रसिद्ध शैक्षिक संस्था अंजुमन इस्लाम, मुम्बई को को प्रदान किया। डॉ. इनामउद्दीन को एएमयू यंग रिसर्चर अवार्ड से नवाजा। एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने सर सैयद द्वारा आधुनिक शिक्षा के लिए किए संघर्ष पर विचार रखे। कहा, एएमयू आज देश के उच्च् श्रेणी की संस्थाओं में शामिल है। जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज की हर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससेे पहले सुबह एएमयू में सर सैयद की मजार पर चादर चढ़़ा़ई गई।