एम्स ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों के निर्देशन में चल रहा महाकवि गोपालदास 'नीरज' का इलाज, हालत बनी स्थिर
खाने के कण गले में फंसने से हुई थी तबियत खराब। ब्लड प्रेशर भी है बढ़ा हुआा।
अलीगढ़ : पद्मभूषण से सम्मानित महाकवि गोपालदास नीरज की हालत अभी स्थिर बनी हुई है। तबियत खराब होने पर उन्हें मंगलवार की सुबह आगरा के लोटस हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया था। हॉस्पीटल के डॉक्टर दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं। अब उनका इलाज एम्स ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों के निर्देशन में चल रहा है। गीतकार नीरज परिवार के साथ अलीगढ़ से आगरा गए हुए थे।
सुप्रसिद्ध गीतकार गोपालदास नीरज के पुत्र अरस्तू प्रभाकर आगरा में रहते हैं। मंगलवार की सुबह उन्हें कमला नगर स्थित साई हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया, लेकिन सास लेने में हो रही परेशानी के चलते महाकवि को दीवानी चौराहा स्थित लोटस हॉस्पीटल में भर्ती कर दिया गया। यहां उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया। कवि नीरज के पुत्र अरस्तू प्रभाकर के अनुसार एम्स के ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सकों से स्थानीय डॉक्टरों की बात हुई है। उन्होंने इलाज के लिए यहा दिशा निर्देश दिए हैं। उसी आधार पर कवि नीरज का इलाज चल रहा है। दीवानी चौराहे के नजदीक लोटस हॉस्पीटल में भर्ती कवि नीरज का इलाज डॉ. अनुपम शर्मा, डॉ. अरविंद जैन और डॉ. वीके जैन की निगरानी में चल रहा है। उन्हें सीने में संक्त्रमण की शिकायत बताई गई है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अरविंद जैन के अनुसार भोजन करते वक्त खाने के कण गले में फंसने के कारण उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई थी। इस कारण उन्हें हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। जाच में पता चला कि उन्हें सीने में संक्त्रमण की शिकायत भी है। ब्लड प्रेशर भी बढ़ा हुआ है। मशीनों के माध्यम से नली की सफाई की जा रही है। जल्द ही हालत में सुधार की संभावना है। कवि नीरज के पुत्र अरस्तू प्रभाकर के अनुसार कवि नीरज की हालत चिंताजनक नहीं है। रात तक वे बिल्कुल ठीक थे। सुबह ही खाना खाते वक्त परेशानी हुई।
इससे पूर्व ईद से पहले महाकवि गोपालदास नीरज को सांस लेने में दिक्कत हो गई थी। सीने में जकड़न होने पर उन्हें अलीगढ़ के वरुण ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। तब भी उन्हें निमोनिया की शिकायत थी। वे कई दिन अस्पताल में भर्ती रहे। पूरी तरह से स्वस्थ्य होने के बाद वह सकुशल घर आ गए थे।
पिछले वर्ष भी नीरज की तबियत खराब हो गई थी। उन्हें 18 नवंबर को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। 21 नवंबर को एम्स में महाकवि नीरज के प्रोस्टेट का ऑपरेशन हुआ था। पूरी तरह से स्वस्थ्य होने के बाद वह एम्स दिल्ली से अलीगढ़ अपने घर सावित्री सदन सकुशल आ गए थे। मंगलवार को जानकारी मिलने पर अलीगढ़ के शहरवासी एवं शुभचिंतकों ने महाकवि गोपालदास नीरज के शीघ्र स्वास्थ्य होने की कामनाएं की हैं।