हेलो डाॅक्टर : शादी या नौकरी में चश्मा नहीं बनेगा बाधा, कराएं लेसिक लेजर Aligarh News
वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ. आनंद मोहन बुधवार को दैनिक जागरण के कार्यक्रम ‘हेलो डाॅक्टर’ में फोन पर पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। आंखों की सुरक्षा और देखभाल से जुड़े अनेक सवालों का डाॅक्टर साहब ने संतोषजनक जवाब दिया।
अलीगढ़, जेएनएन। इस समय ज्यादातर मरीज आंंखें धुंधलाने अथवा चश्मे का नंबर चेक कराने के लिए विशेषज्ञों की पास पहुंच रहे हैं। यह समस्या हर तीसरे-चौथे व्यक्ति की है। दरअसल, लाॅकडाउन में स्टडी, कोचिंग, मनोरंजन व अन्य वजह से लगातार कंप्यूटर, लैपटाॅप व मोबाइल की स्क्रीन पर समय बताने से लोग दृष्टि दोष से ग्रस्त हो गए हैं। जांच कराई तो कुछ लोगों का काम ड्राॅप व अन्य उपाय से चल गया, वहीं काफी लोगों के चश्मे का नंबर ही बढ़ा हुआ आया। इसलिए आंखों से जुड़ी कोई भी परेशानी हो तो तुरंत जांच कराएं। यह कहना है कि रामघाट रोड स्थित आनंद आई सेंटर के संचालक व वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ. आनंद मोहन का। डाॅक्टर साहब बुधवार को दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘हेलो डाॅक्टर’ में फोन पर पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। आंखों की सुरक्षा और देखभाल से जुड़े अनेक सवाल हुए, जिनका डाॅक्टर साहब ने संतोषजनक जवाब दिया।
20 साल पूर्व मेरी दोनों आंखों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ। अब फिर से आंखों की रोशनी कम हो रही हैं। धुंधला नजर आता है।- हरवंश लाल गुप्ता, रहसूपुर।
ऑपरेशन को काफी समय बीत गया है, यह समस्या सामान्य। नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क कर जांच कराएं। यदि किसी तरह दृष्टि बढ़ सकती है तो पता चल जाएगा।
मुझे हर चीज दो दिखती हैं। रात के समय आंखों में चमक लगती है। खुजली व काले धब्बे भी दिखते हैं। - राजवीर सिंह, नौरंगाबाद।
इसे डबल विजन कहते हैं। यदि आपकी आंखों का रेटीना ठीक नहीं है तो एक ही चीज के दो विजन नजर आएंगे। ये दोनों विजन एक-दूसरे को ओवरलैप करते दिखाई देंगे। जिस चीज को आप देख रहे हैं या जो पढ़ रहे हैं, वह भी धुंधली नजरआएगी। नंबर का तेजी से बढ़ना, उम्र बढ़ने के साथ चश्मे का नंबर बढ़ना स्वाभाविक है। आपको चश्मे की जरूरत पड़ेगी। किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें।
मेरी उम्र 40 साल है। पास की चीज धुंधली नजर आने लगी है। कोई इलाज बताएं।-निशार अली, राजपुर।
उम्र के साथ नजदीक का दृष्टि दोष शुरू हो जाता है। चश्मे का नंबर बढ़ने लगता है। आंखें चेक कराकर नियमित रूप से चश्मा लगाएं। आंखों का व्यायाम करें। ठंडे पानी से धोएं। पौष्टिक व विटामिन ए से भरपूर भोजन का सेवन करें। लाभ मिलेगा।
मेरी आंखों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था। कुछ माह से चुभन महसूस हो रही है।- सोनू सिंह, मित्र नगर।
चिंता मत करिए। आंखों में ड्राईनेस (सूखापन) की वजह से यह समस्या होती है। आंखों को पानी से धोएं। विशेषज्ञ की सलाह से कोई ड्राप डालना शुरू करें, परेशानी खत्म हो जाएगी।
मेरी आंखों में जलन व खुजली रहती है। उपचार बताएं।- नीतू वार्ष्णेय, गली नंबर एक, गूलर रोड।
इसकी कई वजह होती हैं। ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव, नींद पूरी न लेने, मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने, धूल-धुएं में रहने से ऐसी समस्या होती है। ठंडे पानी से रोज आंखों को धोएं। विशेषज्ञ से जांच कराकर दवा लें।
मुझे सेना में भर्ती होना है। दूर का देखने के लिए चश्मा लगाना पड़ता है। टेंशन में हूं। - प्रवीन शर्मा, अतरौली।
चिंता मत करिए। लेसिक लेजर तकनीक से 18-40 वर्ष आयु तक चश्मा हटाया जा सकता है। लेसिक लेजर केवल दूर का चश्मा लगाने वालों के लिए हैं। यह तकनीक काफी कारगर है। काफी युवा शादी से पहले, पुलिस, सेना या अन्य विभाग में भर्ती होने, ड्राइविंग के लिए लेसिक लेजर करा रहे हैं। पास की नजर कमजोर होने अथवा अधिक उम्र वाले लोगों के लिए यह सुविधा नहीं।
इन्होंने लिया परामर्श
पला फाटक से संजय कुमार कश्यप, बिजौली से बादाम सिहं, जयगंज से सतीश, मेलरोज बाईपास से वाईपी सिंह, प्रतिभा काॅलोनी से सुधा रानी, सासनी गेट से प्रभात कुमार, एमए नगर से रईस अहमद, गूलर रोड से शालिनी शर्मा, एटा चुंगी से विनोद गुप्ता आदि।