Aligarh heavy rain : अलीगढ़ में खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा गंग नहर का पानी, दहशत
Aligarh heavy rain बीते कई दिनों से लगातार हो रही बरसात से काफी जनहानि हुई। हरदुआगंज में गंग नहर का जलस्तर भी लाल निशान पार कर गया है। खतरे के हालात को देखतेे हुये सिंचाई विभाग के अफसर स्थिति नियंत्रण करने में जुटे हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। Aligarh heavy rain : हरदुआगंज में बीते चार दिनों से लगातार हो रही बरसात के कारण गंग नहर का जलस्तर लाल निशान पार कर गया। निशान से ढाई फीट ऊपर पहुंचने के बाद नहर की लहरों ने किनारों पर कटान शुरू की दी, जिससे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। खतरे की स्थिति देख सिंचाई विभाग के अफसर स्थिति नियंत्रण करने में जुटे हैं। नहर का जलस्तर शनिवार को भी खतरे के निशान से दो फीट ऊपर है।
पटरियों पर बहने लगा पानी
गुरुवार व शुक्रवार को हुई तेज बरसात के बाद हरदुआगंज के निकट से बह रही गंग नहर का जलस्तर शुक्रवार को नियत आठ फीट ऊचाई को पार कर साढ़े दस फीट तक पहुंच गया, खतरे के निशान करीब ढाई फीट ऊपर तक पहुंचने के बाद पानी पटरियों के ऊपर बहने लगा। जिससे कासिमपुर से नानऊ तक कई जगहों पर पटरी के ऊपर से पानी उतरने से खांदी होकर पटरी कटने का खतरा बन गया। सबसे ज्यादा खतरे की स्थिति हरदुआगंज में बरौठा गांव के निकट, चंगेरी व शेखा झील के आसपास बनी। जिससे यहां के वासियों की धडक़नें तेज हो गई।
पटरियों को मिट्टी से कराया जा रहा मजबूत
शनिवार को भी जलस्तर 10 फीट था। सूचना पाकर सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता चंद्रभान सिंह यादव, अधिशासी अभियंता पवन कुमार, सहायक अभियंता गिर्राज सिंह जिल्लेदार तृतीय खंड नानऊ कुंवरपाल सिंह भंवर टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। जिल्लेदार कुंवरपाल सिंह भंवर ने बताया कि नहर को हरिद्वार से बंद कराकर पानी माछुआ स्कैप को पूरा खुलवा दिया, नानऊ पर खारजा नहर में पानी छुडवाने के साथ रजबहों में पानी निकाला गया है। पटरियों को मिटटी मजबूत कराया जा रहा है। विभाग की टीम लगातार पटरियों की वाचिंग कर रही है, स्थिति नियंत्रण में है।
रजबहों की पटरी न काटें किसान
नानऊ उपखंड तृतीय के जिल्लेदार ने बताया कि सभी रजबहा हेड से बंद करा दिए गए हैं, अब उनमें केवल बरसाती पानी निकल रहा है, ऐसे में कुछ किसान रजबहा की पटरी काटकर खेतों के पानी को निकाल रहे हैं, जो बड़ा खतरा बनने के साथ तराई क्षेत्र में पानी जाने से वहां के हालात बिगड़ सकते हैं, उन्होंने किसानों से खेतों के पानी को रजबहों में न छोडऩे की अपील की है।