Move to Jagran APP

द शूटर्स अकादमी में छलनी हो रहा अलीगढ़ के खिलाड़ियों का भविष्य

द शूटर्स अकादमी की गई एनआरएआई में शिकायत।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Jul 2018 09:45 AM (IST)Updated: Thu, 12 Jul 2018 10:10 AM (IST)
द शूटर्स अकादमी में छलनी हो रहा अलीगढ़ के खिलाड़ियों का भविष्य
द शूटर्स अकादमी में छलनी हो रहा अलीगढ़ के खिलाड़ियों का भविष्य

गौरव दुबे, अलीगढ़ : रामघाट रोड पर संचालित द शूटर्स अकादमी में शूटर्स का भविष्य छलनी हो रहा है। अकादमी संचालकों ने अवैध तरीके से नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआइ) का लोगो लगा रखा है। इसे लगाने की अनुमति राज्यस्तर पर भी किसी संगठन को नहीं है। अभिभावक ऐसे लोगो देख प्रभावित होते हैं। वे सोचते हैं कि एनआरएआइ से इस अकादमी को मान्यता है। ये बढि़या होगी। इसकी शिकायत एनआरएआइ में की गई है। नाम चमकाने में भी खेल : हाल ही में मेरठ में हुई स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में अकादमी के खिलाड़ियों के साथ दूसरे जिलों के खिलाड़ी मिलाकर टीम तैयार की गई। यूपी स्टेट राइफल संघ की ओर से जारी सूची में खिलाड़ियों के आगे जिले का नाम लिखा है। शूटर्स अकादमी संचालकों का कहना है कि उनकी ब्रांच अलग-अलग जिलों में हैं, तो ये वहां के खिलाड़ी हैं। मगर, सच्चाई ये है कि स्टेट चैंपियनशिप में दूसरे जिलों के खिलाड़ियों से टीम नहीं बनती।

loksabha election banner

कम स्कोर वाले भी चैंपियन : रिजल्ट के अनुसार अलीगढ़ की वान्या, फर्रुखाबाद की वैष्णवी व यहीं की यशोधरा की टीम ने .22 ओपेन साइट स्टैंडर्ड राइफल प्रोन चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। टीम को गोल्ड मेडलिस्ट घोषित कर दिया गया। यह इवेंट 150 या 200 स्कोर में होता है। अगर 150 के हिसाब से भी मानें तो 450 के इवेंट में वान्या के 24, वैष्णवी के 123 व यशोधरा के 57 अंक के साथ मात्र 204 टीम स्कोर हो रहा है। नियम है कि जितने अंक का इवेंट है उसके आधे स्कोर पर केवल क्वालीफाई होता है। यहां गोल्ड मेडल मिल गया।

डीएम से भी करा लिया सम्मान : द शूटर्स अकादमी ने स्टेट चैंपियनशिप में खिलाड़ियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाकर डीएम से सम्मान भी करा दिया। इसमें कुछ खिलाड़ियों के नाम हैं जो अकादमी की दूसरे जिलों की ब्रांच से हैं। सवाल उठता है कि, दूसरे जिलों की शाखा के खिलाड़ी अलीगढ़ में क्यों सम्मानित किए जा रहे?

अकादमी के निदेशक आनंद विक्रम सिंह का कहना है कि लोगो लगाने की अनुमति नहीं ली है। जब कोई राष्ट्र स्तर पर परफॉर्मर बन जाता है तो वो इसका उपयोग कर सकता है। परिणामों में कोई गड़बड़ी नहीं है। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव राजीव भाटिया का कहना है कि इसकी शिकायत मेरे पास आई थी। एनआरएआइ का लोगो लगाने का अधिकार राज्य या राष्ट्र स्तर तक में किसी संगठन को नहीं है। इसमें अनुमति या बिना अनुमति का सवाल ही नहीं है। अकादमी के खिलाफ नोटिस जारी होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.