सीमेंट फैक्ट्री के प्लांट के बाहर पड़ी राख से राहगीरों सेे लेकर गांवोें वालों की फूल रहीं सांसें
कासिमपुर में स्थित सीमेंट फैक्ट्री के क्लिंकर की राख राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनी हुयी थी। इससे होने वालेे प्रदूषण की शिकायत ग्राम प्रधान संगठन ने प्लांट प्रबंधन सेे कई बार शिकायत की लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। पहले सीमेंट फैक्टी के क्लिंकर की राख कासिमपुर देहात, साथा, खेरूपुरा, रामपुर एवं राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई थी अब बंदे से राख को लाकर ईंट एवं सीमेंट आदि के कामों के लिए तैयार कर रहा प्लांट खुले में राख को डालकर कोढ़ में खाज का काम कर रही है। इससे होने वाले प्रदूषण की शिकायत ग्राम प्रधान संगठन ने प्लांट प्रबंधन के सामने कई बार उठाई है, लेकिन अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हो सकी है।
डस्ट व धूल के सैंपल जांच के लिए भेजे गए
इससे पहले उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय एवं प्रयोग शाला अधिकारियों ने मौके पर जांच कर चुके हैं, जिसमें यहां का प्रदूषण मानक से अधिक पाया गया है एवं डस्ट व धूल का अनुश्रवण कार्य (सैंपल) जांच के लिए अधिकारियों द्वारा भेजे भी जा चुके हैं। प्रधान संगठन के अध्यक्ष एवं कासिमपुर देहात प्रधान शिव कुमार चैहान ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के उच्चाधिकारियों से कई बार लिखित शिकायत भी है। शिकायत में कहा गया है सड़क के किनारे खुला नया प्लांट सारे नियम ताक पर रख कर खुले में सड़क के सहारे राख ड़लवा कर लोडिंग एवं अनलोडिंग करवा रहा है।जिससे आस- पास के दर्जनों गांवों का वातावरण दूषित हो रहा है। दिन के समय यहां पर धुंध जैसे हालात रहते हैं। राहगीरों से लेकर गांव वासियों को सांस लेने में दिक्कत होती है। बंदे से लाई राख पर प्रबंधन के द्वारा पानी तक का छिड़काव तक नहीं करवाया जाता है।
अधिकारी बने अनजान
ग्राम प्रधान साथा मनोज सागर ने बताया बीते दिसंबर माह में शिकायत पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने गांव साथा के अदंर जाकर मेरे घर के बाहर उपकरण लगाकर जांच की तो यहां तय मानकों से अधिक क्लिंकर की धूल एवं राख का प्रदूषण पाया गया था। इस सबंध में प्लांट इंचार्ज किशोर कुमार ने बताया हमारी तरफ से राख पर हर समय पानी डलवाया जाता है साथ ही गांव वासियों एवं राहगीरों को परेशानी न हो पूरा ध्यान रखा जाता है यह आरोप जो लगाए गए है निराधार है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी जे पी सिंह ने बताया हमारी अभी ज्वाइनिंग हुई है इसलिए मामला संज्ञान में नहीं आया है अगर ऐसा मामला है तो पता करते है।