अलीगढ़ में पकड़ी गई चोर की चार साल की चतुराई, जानें विस्तार से
अलीगढ़ में आईसीसीसी बेहद कारगर साबित हो रही है। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की टीम ने पीछा करते हुए बाइक समेत दो लोगों को दबोच लिया। इस पूरे प्रकरण मे वाहन चालक की सक्रेयता काम आई। उसके शिकायत करनेे पर ही कामयाबी मिली।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। चोर कितना भी शातिर क्यों न हो, कभी न कभी पकड़ा ही जाता है। ऐसा ही कुछ मंगलवार को अलीगढ़ में हुआ। चार साल पहले एक शातिर ने गाजियाबाद से बाइक चोरी की थी। चोर की चतुराई दिखाई और नंबर प्लेट बदलकर बाइक को दौड़ाने लगा। लेकिन, अलीगढ़ की सीमा में आते ही कैमरे से हुए चालान ने उसकी चतुराई पकड़ ली। पुलिस सक्रिय हुई और दो आरोपित चोरी की बाइक के साथ दबोच लिए। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
ऐसे पकड़ा चोर
हुआ यूं कि ग्रेटर नोएडा निवासी लल्लन कुमार ने दो दिन पहले एसपी ट्रैफिक को प्रार्थना पत्र भेजा था। इसमें कहा था कि उनकी पल्सर बाइक (यूपी 16 बीआइ 0901) के अलीगढ़ में 19 जून 2021 से 20 फरवरी 2022 तक छह चालान हुए हैं। जबकि वह दो-तीन साल से अलीगढ़ ही नहीं गए और बाइक भी उन्हीं के पास है। इससे स्पष्ट है कि उनकी बाइक का नंबर किसी दूसरे वाहन में इस्तेमाल हो रहा है। इस पर पुलिस ने वाहन को हाट लिस्ट सिस्टम में जोड़ लिया और अलर्ट मोड पर लगा दिया। वहीं मंगलवार को यही बाइक तस्वीर महल चौराहे पर कैमरे में ट्रेस हुई। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के प्रभारी धीरेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल दीवान सिंह व सिपाही विकास की टीम ने पीछा करते हुए बाइक समेत दो लोगों को दबोच लिया। वाहन का इंजन नंबर डालकर सर्च किया, जिसके बाद असली वाहन संख्या (यूपी 14 डीके 1582) निकलकर आया। पुलिस ने वाहन स्वामी गाजियाबाद के इंद्रापुरम निवासी कुलदीप सिंह को संपर्क करके इसकी जानकारी दी। कुलदीप ने बताया कि वर्ष 2018 में उनकी बाइक चोरी हुई थी। इस संबंध में गाजियाबाद के थाना इंद्रापुरम में मुकदमा भी दर्ज कराया था। टीम ने आरोपितों को पकड़कर सिविल लाइन पुलिस के सिपुर्द कर दिया। चार साल बाद बाइक मिलने पर कुलदीप ने पुलिस का धन्यवाद किया है।
आनलाइन प्लेटफार्म पर खरीदी थी बाइक
इंस्पेक्टर सिविल लाइन प्रवेश राणा ने बताया कि बाइक चोरी की है। पकड़े गए दोनों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। उनका कहना है कि एक साल पहले बाइक को आनलाइन प्लेटफार्म पर खरीदा था। ऐसे में पुलिस का मानना है कि मामले की जांच की जा रही है।