दिल्ली में धर्मसभा के मंच पर पहुंचे पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय, भाजपाइयों में खलबली
बसपा से निष्कासित पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय राम मंदिर निर्माण के लिए दिल्ली में हुई धर्मसभा में नजर आए। उनकी वहां उपस्थिति राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है।
हाथरस (जेएनएन)। बसपा से निष्कासित पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय राम मंदिर निर्माण के लिए दिल्ली में हुई धर्मसभा में नजर आए। उनकी वहां उपस्थिति राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। उन्होंने एक बार फिर भाजपा से जुडऩे के संकेत दे दिए हैं।
मुकुल को बसपा से किया था निष्कासित
बता दें कि अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में आठ नवंबर को मुकुल उपाध्याय को बसपा निष्कासित किया गया था। बसपा से निष्कासित होने के बाद मुकुल ने बसपा सुप्रीमो सहित अपने बड़े भाई पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। तभी से उनके भाजपा में जाने की अटकलें हैं। निष्कासन के बाद मुकुल ने प्रेसवार्ता कर अलीगढ़ लोकसभा सीट की टिकट के लिए मायावती पर पांच करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया था। आरोपों में उन्होंने रामवीर उपाध्याय के अलावा अन्य नेताओं को भी घसीटा था।
भाजपा में जाने की तैयारी
आगरा-अलीगढ़ मंडल के मुख्य जोन इंचार्ज व एमएलसी सुनील चित्तौड़ ने यह बयान दिया कि मुकुल भाजपा में जाने की तैयारी में थे, इसलिए पार्टी से निकाला गया है। निष्कासन के बाद मुकुल की गतिविधियों ने भी बड़ी राजनीतिक पार्टी से जुडऩे की ओर इशारा किया था। 11 नवंबर को प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि वे कई राजनीतिक संगठनों के संपर्क में हैं। उनके भाजपा में जाने की चर्चाएं जोर-शोर से थीं। रविवार को मुकुल ने दिल्ली के रामलीला मैदान में राम मंदिर निर्माण के लिए आरएसएस की धर्मसभा में पहुंचकर फिर से चर्चाओं का बाजार गरम कर दिया। मुकुल उपाध्याय के मंच पर आने से उनके जल्द भाजपा में शामिल होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। वहीं पुराने भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं में खलबली मच गई है।
कार्यक्रम के लिए मिला था निमंत्रण
पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय ने बताया कि मुझे कार्यक्रम के लिए निमंत्रण मिला था। इसलिए वहां पहुंचा। मैं भी उनकी भावनाओं का सम्मान व समर्थन करता हूं। रही बात किसी राजनीतिक दल में शामिल होने की तो आने पर सबको पता चल जाएगा।