-गुलजार हुई शेखाझील.. आईं गार्गेनी व कॉमन टील
(----पर्यावरण संरक्षण-----) खुशहाल - साइबेरियन देशों से गार्गेनी, कॉम्ब डक, पिनटेल व कॉमन
(----पर्यावरण संरक्षण-----)
खुशहाल
- साइबेरियन देशों से गार्गेनी, कॉम्ब डक, पिनटेल व कॉमन टील पहुंचे
- समय से पहले कई प्रजातियों के आने से विभागीय अधिकारी उत्सुक
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ :
शेखाझील पक्षी विहार पर साइबेरियन देशों से पक्षियों का आना शुरू हो गया है। हर साल की तरह इस बार भी झील पर सबसे पहले गार्गेनी पक्षी के जोड़े उतरे हैं। उनके साथ कामन टील, पिंटिल व नकटा प्रजाति के भी कई जोड़े भी दिखाई दे रहे हैं। पक्षियों की चहचहाट से झील की रमणीयता बढ़ गई है। अधिकारियों को अब 27-28 को आने वाले अन्य प्रवासी पक्षियों का इंतजार है।
हर साल साइबेरियन देशों में ठंड बढ़ते ही करीब 18-20 हजार पक्षी शेखाझील व अमामदापुर झील व उसके आसपास प्रवास के लिए पहुंचते हैं। अक्टूबर से लेकर फरवरी तक झील पक्षियों से गुलजार रहती है। इनमें डार्टर, ग्रे हीरोन, पेटेंड स्ट्रोक, ग्रेट कोरमोरेंट, पर्पल हीरोन, ब्लैक पिनटेल, कॉम्ब डक, आइबिज, ब्लैक हैडेड आइबिज, ओपन बिल स्ट्रोक, स्पॉट बिल्ड डक, ब्लैक नेक्ड स्ट्रोक, व्हाइट ब्रेस्टेड वाटर हेन, कॉमन मूरहेन, लिटिल कोरमोरेंट, व्लाइट आइबिज, सोवलर, कॉमन टील, ग्रेलेग गूज, गार्गेनी आदि प्रवासी प्रजातियों के पक्षी शामिल हैं।
बढ़ेगी झील की रमणीयता
शेखाझील के नेचर गाइड इशहाक इन दिनों पक्षियों पर नजर रखे हुए हैं। शनिवार को भी झील का जायजा लिया। इशहाक के अनुसार सबसे पहले गार्गेनी (नीलपक्षी) पक्षियों के जोड़े दिखाई दिए। सुखद बात ये है कि शनिवार को बड़ी बत्तखों में शुमार कॉम्ब डक (नकटा) व नुकीली चोंच वाली सलेटी रंग की पिनटेल व कई रंगों वाली कॉमन टील भी दिखाई दी। इन तीनों बत्तखों के आने के समय 28 अक्टूबर होता है।
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कई प्रजातियों के प्रवासी पक्षी झील पर आ गए हैं। कई पक्षी जल्दी आए हैं, जो अच्छे संकेत हैं, इस बार पक्षियों की संख्या अच्छी रहने की उम्मीद है।
- अशोक निमेश, वन क्षेत्राधिकारी।
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