Move to Jagran APP

टेंडर प्रक्रिया में फंसा मरीजों का भोजन!

दिक्कत - बेहद कम मूल्य की कुटेशन के चलते रोकी प्रक्रिया - सीएमओ लखनऊ रवाना, समीक्षा बैठक म

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 01:31 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 01:31 AM (IST)
टेंडर प्रक्रिया में फंसा मरीजों का भोजन!
टेंडर प्रक्रिया में फंसा मरीजों का भोजन!

अलीगढ़ : स्वास्थ्य विभाग में भले ही ई-टेंड¨रग शुरू हो गई है, मगर ठेकेदार किसी भी कीमत पर टेंडर लेने को तैयार हैं। पहले टेंडर में दो फर्मो में विवाद हो गया, दूसरी बार बेहद कम दर की कुटेशन आने से अफसर चौंक गए। गुणवत्ता प्रभावित होने के डर से किसी को टेंडर नहीं दिया। सीएमओ अब उच्चाधिकारियों से दिशा-निर्देश लेंगे।

loksabha election banner

ये है मामला : स्वास्थ्य विभाग में पिछले दिनों सफाई व लांड्री के साथ सीएचसी-पीएचसी पर मरीजों के लिए खाना उपलब्ध कराने के लिए भी निविदाएं मांगी गईं। खाने के टेंडर की बात करें तो पूर्व में अधिकारियों ने प्रति मरीज 90 रुपये डाइट निर्धारित की। इसमें तीनों समय का आहार शामिल था। एक ठेकेदार ने 90 रुपये व दूसरे ठेकेदार ने 89.87 पैसे की कुटेशन दी। यहां पेंच फंस गया। विवाद बढ़ने पर नए सिरे से प्रक्रिया शुरू हुई। इस बार न्यूनतम दर की अनिवार्यता खत्म कर दी। लिहाजा, ठेकेदारों ने प्रति मरीज 60 रुपये से भी कम की कुटेशन डाल दी। अफसर उलझन में कि नियमानुसार सबसे कम कुटेशन पर टेंडर दे दिया तो खाने की गुणवत्ता खराब न हो जाए। ऐसे में सीएमओ ने इस टेंडर की प्रक्रिया भी फिलहाल रोक दी है। इससे ठेकेदारों में नाराजगी है।

..

वर्जन..

मानक के अनुसार प्रति मरीज करीब 90 रुपये तक व्यय आता है। ऐसे में 55-60 रुपये में ठेकेदार कैसे काम करेंगे। निश्चित तौर पर इससे गुणवत्ता प्रभावित होगी।

- मनोज कुमार, वित्त व लेखाधिकारी एवं सदस्य टेंडर समिति।

---


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.