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एएमयू में कश्मीरी छात्रों के प्रदर्शन को लेकर पांच कर्मचारियों को ड्यूटी से रोका, चार छात्रों को नोटिस aligarh news

सबसे अधिक चिंता इसी बात को लेकर है कि प्रदर्शनकारी छात्र यूनिवर्सिटी के हाईटेक सिस्टम को मात देने में कैसे सफल रहे? प्रदर्शन की योजना गोपनीय रखी गई

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 12:15 AM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 11:03 AM (IST)
एएमयू में कश्मीरी छात्रों के प्रदर्शन को लेकर पांच कर्मचारियों को ड्यूटी से रोका, चार छात्रों को नोटिस aligarh news
एएमयू में कश्मीरी छात्रों के प्रदर्शन को लेकर पांच कर्मचारियों को ड्यूटी से रोका, चार छात्रों को नोटिस aligarh news

अलीगढ़ (जेएनएन)। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में गुरुवार को हुए कश्मीरी छात्रों के प्रदर्शन से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भूचाल आ गया है। इन छात्रों का गैर कश्मीरी छात्रों ने भी साथ दिया। सबसे अधिक चिंता इसी बात को लेकर है कि प्रदर्शनकारी छात्र यूनिवर्सिटी के हाईटेक सिस्टम को मात देने में कैसे सफल रहे? प्रदर्शन की योजना गोपनीय रखी गई। वाट्सअप पर मैसेज से छात्रों को मौलाना आजाद लाइब्रेरी पर एकत्रित होने के लिए कहा गया। इसकी जानकारी जुटाने में असफल रहे आंतरिक खुफिया टीम के पांच कर्मचारी शुक्रवार को इंतजामिया ने एक सप्ताह के लिए ड्यूटी से हटा दिए। पूरे कैंपस में खुफिया तंत्र और चौकन्ना किया गया है।

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इनको दिए नोटिस

सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालकर तीन कश्मीरी छात्रों सहित चार छात्रों को कारण बताओ नोटिस दिए गए हैं। इनमें कश्मीरी छात्र (शोधार्थी) सज्जाद अहमद डार, शफात मकबूल, माजिद हुसैन भट्ट व गैर कश्मीरी एमएससी छात्र मोहम्मद खालिद है। इनसे 48 घंटे में जवाब देने को कहा गया है। इंतजामिया ने लापरवाही बरतने के आरोप में पांच डेलीवेजर कर्मचारियों को सात दिन ड्यूटी से रोक दिया गया है। इनमें इमरान, वसीम, असलम आदि शामिल हैं। शुक्रवार को भी इन्हें ड्यूटी पर नहीं लिया गया। पुलिस व पीएसी ने एएमयू सर्किल के पास डेरा जमाए रखा। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी नजर रखी। एडीएम सिटी राकेश मालपाणि ने प्रॉक्टर से बात कर कैंपस के हालात जाने। कार्रवाई की जानकारी भी ली।

गच्चा खा गई खुफिया टीम

एएमयू में होने वाली किसी तरह की गतिविधि पर नजर रखने के लिए तीन टीम काम करती हैं। छात्रों के बीच सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले संदेशों पर प्रॉक्टर कार्यालय की तकनीकी टीम नजर रखती है। कश्मीरी  छात्रों की गोपनीय योजना को भांपने में में यह टीम मात खा गई। गुरुवार को छात्रों को मौलाना आजाद लाइब्रेरी के पास एकजुट करने के लिए वाट्सअप पर चले मैसेज को टीम नहीं पकड़ पाई।

गतिविधि पर रखते हैं नजर

तकनीकी टीम के अलावा कैंपस में आंतरिक खुफिया टीम के कर्मचारी हर गतिविधि पर नजर रखते हैं। जो भी सूचना मिलती है उसे प्रॉक्टर कार्यालय में देते हैं। प्रॉक्टर कार्यालय से टीम मौके पर पहुंचकर हालात को संभालती है। इस टीम के कर्मचारी भी गच्चा खा गए। इन्हें न तो छात्रों के लाइब्रेरी कैंटीन पर पहुंचने की सूचना मिली, न वहां से बाबे सैयद तक निकाले गए पैदल मार्च की। प्रॉक्टर कार्यालय की वैन भी कैंपस में राउंड लगाती है। उसे भी छात्र नजर नहीं आए। प्रदर्शन के बाद से कश्मीरी छात्रों के मोबाइल बंद हैं। वे किसी से बात नहीं कर रहे। मीडिया को मार्च की भी सूचना नहीं दी थी।

प्रॉक्टर कार्यालय में सुरक्षा पर मंथन

शुक्रवार को प्रॉक्टर कार्यालय में इसी बात को लेकर मंथन होता रहा कि आखिर चूक हुई कैसे? किसी को भी छात्रों के प्रोटेस्ट की भनक तक नहीं हुई। इस तरह की घटना आगे न हो, इसके लिए नई रणनीति बनाने पर चर्चा हुई।

प्रशासन को भी भनक नहीं

ऐसा पहली बार हुआ है कि एलआइयू को इसकी जानकारी नहीं हुई, जबकि कैंपस की गतिविधियों पर सीओ एलआइयू खुद नजर रखते हैं। बड़ी घटनाओं में तो वे मौके पर भी रहते हैं। सिविल लाइंस थाने के सिपाही भी सादे कपड़ों में कैंपस में घूमकर सूचना जुटाते हैं। इस बार वो भी मात खा गए।

प्रदर्शन में नहीं थे सभी कश्मीरी छात्र

प्रदर्शन करने वालों में सभी कश्मीरी छात्र नहीं थे। इससे साफ है कि सभी कश्मीरी छात्र प्रदर्शन के पक्ष में नहीं हैं। गैर कश्मीरी छात्रों ने भी प्रदर्शन में साथ दिया। नोटिस से अन्य छात्रों की संलिप्तता स्पष्ट है। यह इंतजामिया के लिए बड़ी चुनौती है। एएमयू में करीब 1100 कश्मीरी छात्र हैं, जिसमें से करीब पांच सौ कैंपस में हैं। बाकी घरों से छुïट्टी के बाद से अभी नहीं लौटे हैं।

सीएम के आगमन पर सख्त प्रशासन

सीएम योगी आदित्यनाथ के अलीगढ़ आगमन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन सख्त है। एसएसपी आकाश कुलहरि ने एएमयू प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है, ताकि दोषी छात्रों पर कार्रवाई हो सके। चर्चा है कि छात्रों ने कश्मीर की आजादी को लेकर नारे भी लगाए गए थे। प्रॉक्टर प्रो. अफीफुल्लाह ने बताया कि लापरवाही के आरोप में कर्मचारियों को डयूटी से रोका गया है। आगे से ऐसी चूक न हो, सभी को यही निर्देश दिए गए हैं। कैंपस में सतर्कता और बढ़ा दी है। प्रवक्ता शाफे किदवई ने बताया कि तीन कश्मीरी व एक गैर कश्मीरी छात्र को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। 48 घंटे में जवाब मांगा गया है। एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि एहतियातन पुलिस फोर्स तैनात की है। हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एएमयू प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

एबीवीपी ने फूंका कुलपति का पुतला, छात्रों के निष्कासन की मांग

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं ने अचलताल पर एएमयू कुलपति का पुतला फूंका। प्रदेश सहमंत्री सीटू चौधरी ने कहा कि विवि के अंदर कश्मीर की आजादी के नारे लगाने वालों को निष्कासित किया जाए। राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस दौरान योगेंद्र वर्मा, करन आर्य, अंकुर, तनिष्क, महेश, शेखर, अरुण, हेमराज, जतिन, कुनाल, सौरभ, भूपेंद्र, मुकेश, सिद्धांत, विशाल व प्रिंस आदि मौजूद रहे।


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