Hathras Molested Case : पांच दिन बाद पुलिस को आई बिटिया की याद
चंदपा कोतवाली के गांव बूलगढ़ी में पीड़िता के साथ हुई दरिंदगी के मामले को पुलिस ने शुरू में हल्के में लिया। इसके चलते पुलिस को फजीहत भी झेलनी पड़ी। फजीहत के बाद पुलिस ने सकि्रयता दिखाई और पांच दिन बाद पीड़िता के बयान लेने पहुंची।
हाथरस जेएनएन: चंदपा कोतवाली के गांव बूलगढ़ी में पीड़िता के साथ हुई दरिंदगी के मामले को पुलिस ने शुरू में हल्के में लिया। इसके चलते पुलिस को फजीहत भी झेलनी पड़ी। फजीहत के बाद पुलिस ने सकि्रयता दिखाई और पांच दिन बाद पीड़िता के बयान लेने पहुंची। 14 सितंबर को पीड़िता पर जानलेवा हमले और एससी-एसटी एक्ट की रिपाेर्ट दर्ज कर पुलिस शांत बैठी रही। इसके बाद भीम आर्मी, बसपा,सपा रालोद समेत कई विपक्षी दलों ने पीड़िता को न्याय की मांग उठाई तो पुलिस सकि्रय हुई। 19 सितंबर को जानलेवा हमले के आरोपित संदीप को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं को बढ़ाया
20 सितंबर को पुलिस ने विवेचना में व पीड़िता के बयान लिए। इसके आधार पर मामले में छेड़खानी की धाराएं बढ़ा दीं। इसके बाद घटना के आठवें दिन 22 सितंबर को मामले की जांच कर रहे सीओ सादाबाद पीड़िता के बयान दर्ज करने पहुंचे। जिसमें उसने सामूहिक दुष्कर्म की बात कही। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं को बढ़ाया और तीन अन्य युवकों को नामजद किया। बाद में पुलिस ने चार दिनों में तीनों अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया। इस प्रकरण के दौरान तत्कालीन एसएचओ डीके वर्मा को लाइन हाजिर भी किया गया। हालांकि अधिकारियों ने उनपर कार्रवाई को जनहित में बताया। पुलिस को अाखिर पीड़िता के बयान दर्ज करने में पांच दिन कैसे लग गए, इस बारे में अधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं। इनका कहना है- पहले दिन ही पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। आरोपित को गिरफ्तार करने के प्रयास शुरू कर दिए थे। पीड़िता ने स्वजनों ने पहले दुष्कर्म की बात नहीं कही थी। पीड़िता के बयान के बाद उसे जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। विक्रांतवीर, एसपी हाथरस