फल मंडी में भीषण आग, दस दुकानों में लाखों की क्षति
बन्नादेवी क्षेत्र में जीटी रोड पर सारसौल स्थित फल मंडी में गुरुवार को आग लग गई।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : बन्नादेवी क्षेत्र में जीटी रोड पर सारसौल स्थित फल मंडी में गुरुवार को दोपहर अचानक आग लग गई। आग की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। एक दुकान से शुरू हुई इस आग ने धीरे-धीरे करीब एक दर्जन दुकानों को अपने चपेट में ले लिया। इससे दुकानों में रखा करीब 50 लाख रुपये कीमत का फल व अन्य सामान जलकर राख हो गया। फायर ब्रिगेड की कई गाड़िया मौके पर पहुंच गईं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
--------------
कामिल की दुकान से शुरू हुई आग : घटना के समय मंडी में मौजूद लोगों के अनुसार यह आग दोपहर करीब ढाई बजे फल मंडी में मोहम्मद कामिल की दुकान में शॉर्ट सर्किट से शुरू हुई। आग ने पड़ोसी बैजू मियां, हाजी इकराम, मोहम्मद नादर, मुन्ना मियां, भूरा मियां, गोपाल, नासिर, मोहम्मद कदीर, मोहम्मद शाहिद की दुकानें भी आग की चपेट में आ गईं। इससे उक्त दुकानों में रखे खजूर, आम, पपीता आदि फलों के अलावा प्लास्टिक की क्रेट, गत्ते, वारदाना, फर्नीचर, टिनशेड समेत अन्य सामान जलकर राख हो गया। पीड़ित व्यापारियों के अनुसार आग में करीब 50 लाख से भी अधिक का नुकसान हुआ है।
------
मची अफरा-तफरी, पहुंची दमकल : मंडी स्थित दुकानों में आग की खबर पर दुकानदारों व काम करने वाले मजदूरों में हड़कंप मच गया और वे सबमर्सिबल पंप व हैंडपंपों से पानी भरकर आग बुझाने में जुट गए। सूचना मिलने पर सारसौल पुलिस चौकी इंचार्ज भूदेव प्रसाद व अश्वनी कुमार शर्मा के अलावा बन्नादेवी फायर स्टेशन के प्रभारी संजय जायसवाल के नेतृत्व में पहुंची दमकल की चार गाड़ियों व एक बोलेरो गाड़ी ने आग पर काबू करने की कोशिशें शुरू कीं लेकिन आग बढ़ती ही चली गई। करीब दो घंटे बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। आग के दौरान बिजली के तार भी टूटकर गिर पड़े थे लेकिन गनीमत रही कि समय रहते बिजलीघर से बिजली आपूर्ति को बंद करा दिया गया, अन्यथा और भी गंभीर हादसा हो सकता था।
------
आग बुझाने के नहीं थे पुख्ता इंतजाम : फल मंडी में आग से बचाव के इंतजाम नहीं होने के कारण आग बुझाने में समय लगा। गौर हो कि मंडी में पहले भी आग लग चुकी है। इसके बावजूद न दुकानदार और न ही मंडी समिति और प्रशासन की ओर से आग से बचाव व मंडी में सुरक्षा के लिए कोई ठोस प्रयास शुरू नहीं किए गए हैं, जबकि मंडी समिति मंडी टैक्स के रूप में व्यापारियों से लाखों रुपये वसूलती है।
-------
व्यापारियों ने जताया रोष, नारेबाजी : हादसे के बाद भी मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी व मंडी समिति के किसी भी कर्मचारी व अधिकारी के न पहुंचने पर गुस्साए व्यापारियों ने वहां हंगामा करना शुरू कर दिया। व्यापारियों का आरोप था कि मंडी में दो साल पहले रिटायर्ड हो चुके विनोद नामक कर्मचारी से अधिकारी वसूली करा रहे हैं। लाखों रुपये टैक्स वसूला जाता है, नुकसान की जानकारी देने के बाद भी उनका हाल-चाल जानने व दुख में भागीदार बनने के लिए कोई नहीं पहुंचा है।
--