Prime Minister Agricultural Irrigation Scheme : किसानों ने जल संरक्षण संग किया स्वरोजगार, खुशहाली की ओर बढ़े कदम Aligarh news
किसानों की आय बढ़ाने में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना कारगर साबित हो रही है। खेत में तालाब बनाकर किसान जल संरक्षण कर सिंघाड़े की खेती के साथ मछली पालन कर आय भी बढ़ा रहे हैं। पंजीकृत किसानों को तालाब खोदाई के लिए 50 प्रतिशत अनुदान मिल रहा।
अलीगढ़, जेएनएन : किसानों की आय बढ़ाने में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना कारगर साबित हो रही है। खेत में तालाब बनाकर किसान जल संरक्षण तो कर ही रहे हैं, सिंघाड़े की खेती के साथ मछली पालन कर आय भी बढ़ा रहे हैं। योजना के तहत पंजीकृत किसानों को तालाब खोदाई के लिए 50 प्रतिशत अनुदान मिल रहा।
जिले में खेत तालाब योजना शुरू
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जिले में खेत तालाब योजना शुरू हुई है। योजना के तहत तालाब बनवाए जा रहे हैं। खेतों में तालाब बनने से जल संरक्षण तो होगा ही, किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी मिलेगा। साथ ही किसान तालाब में सिंघाड़ा उत्पादन व मछली पालन कर सकते हैं। खेत में तालाब होने से पैदावार बढ़ेगी। भूजल में भी वृद्धि हाेगी। किसानों की आय के नए स्रोत खुलेंगे। दरअसल, सरकार ने ''खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव'' थीम में यह योजना शुरू की है। इसी योजना के तहत भूमि संरक्षण विभाग द्वारा खेत मेें तालाब बनाने के लिए जनपद के किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। विभाग को प्रत्येक ब्लाक में एक तालाब बनाने का लक्ष्य मिला है। बड़े ब्लाक में दो तालाब बनाए जाने हैं। योजना के तहत पंजीकृत किसानों को लाभ दिया जा रहा है। भूमि संबंधित दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही किसान को तालाब के लिए चयनित किया जा रहा।
इनका कहना है
भूमि संरक्षण अधिकारी निधि राठौर बताती हैं कि एक तालाब के निर्माण के लिए एक लाख पांच हजार रुपये का बजट है। इसमें 50 प्रतिशत यानी 52,500 रुपये किसान को अनुदान के रूप में दिया जाता है। यह राशि किसान के खाते में डीबीटी से सीधे पहुंचेगी। एक तालाब 22 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा और तीन मीटर गहरा होगा। जनपद में इगलास, अतरौली, गभाना, चंडौस में कई किसानों ने अपने खेतों में तालाब खुदवाए हैं। कुछ किसान मछली पालन कर हैं, तो कई सिंघाड़ा उत्पादन कर रहे हैं।