नए नारों के साथ सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहे किसान संगठन, जानिए वजह
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान संगठन नए नारों के साथ सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है। खास इसी दिन के लिए नारे बनाए हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिए सभी पदाधिकारियों तक ये नारे पहुंचाए जा रहे हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान संगठन नए नारों के साथ सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है। खास इसी दिन के लिए नारे बनाए हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिए सभी पदाधिकारियों तक ये नारे पहुंचाए जा रहे हैं, जिससे धरना-प्रदर्शन के दौरान एकजुट होकर नारे लगाए जा सके हैं। वहीं, आढ़ती, पल्लेदार, दुकानदार, पथ बिक्रेता, बैंक-बीमा कर्मचारी, आटो चालक, छात्र-छात्राओं से भी किसान नेता बंद काे सफल बनाने के लिए सहयोग मांग रहे हैं।
यह है मामला
शुक्रवार को सुबह 10 बजे धनीपुर मंडी से दोपहिया वाहनों द्वारा किसान नेता दीवानी परिसर, स्कूल-कालेज में जाकर समर्थन मांगेंगे। 25 सितंबर को तहसील मुख्यालय व कस्बों में जनसंपर्क अभियान चलाने की योजना भी है। संयुक्त किसान मोर्चा में अपनी मांगों को लेकर बंद का आह्वान किया है। इनमें कृषि कानून रद करने के अलावा फसलों की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य की गारंटी देने, डीजल-पेट्रौल, रसोई गैस की कीमत आधी करने, श्रम कोड वापस लेने के साथ रेल, बैंक, बीमा, बिजली आदि संस्थानों का निजीकरण रोकने की मांग है। संयुक्त मोर्चा द्वारा जारी किए नारों में, 'मोदी करेगें मंडी बंद, हम करेंगे भारत बंद', 'मोदी करेंगे फसल खरीद बंद, हम करेंगे भारत बंद' और 'मोदी-योगी करेंगे राशन बंद, हम करेगे भारत बंद' नारे हैं। इधर, राेजगार मजदूर किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने जलाली क्षेत्र के कई गांवों में जनसंपर्क कर बंद को सफल बनाने की अपील की है। यूनियन के राष्ट्रीय संयोजक अशोक प्रकाश के मुताबिक गांव बुढ़ासी, खरई, निधौला, रहसूपुर आदि गांवों में किसानों से संपर्क कर 27 सितंबर को सभी गतिविधियां बंद करने की अपील की गई। कृषि कानूनों के खिलाफ बंद के आह्वान के बाद सभी संगठन तैयारियों ने जुट गए। संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक शशिकांत ने बताया कि बंद पूरी तरह सफल होगा। इसके लिए व्यापक तैयारियां कर ली हैं। हर वर्ग समर्थन कर रहा है। जनसंपर्क करने वालों में यूनियन के जिला सचिव राजपाल, रामजी लाल, हरिबाबू, लेखराज, इंद्रजीत, रायसिंह, करन पाल, रघुवीर सिंह, प्रवीण कुमार, राम सिंह, पवन कुमार, सुमित शर्मा, नरेंद्र कुमार, वेद प्रकाश, वीरेंद्र पाल, प्रदीप कुमार, शंकर पाल आदि थे।
इनका मिला समर्थन
संयुक्त किसान माेर्चा के संयोजक शशिकांत ने बताया कि भारत बंद को भारतीय किसान यूनियन, अखिल भारतीय किसान सभा, क्रांतिकारी किसान यूनियन, उत्तर प्रदेश किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन अंबावता, बेरोजगार मजदूर किसान यूनियन, निर्माण श्रमिक संगठन, आल इंडिया लायर्स यूनियन, आटो ई रिक्शा यूनियन, अलीगढ डिवीजन इंश्योरेंस एंप्लाइज एसोशिएशन, यूपी उत्तराखंड मेडिकल रिप्रजेंटेटिव एसोशिएशन, किसान समर्थक गल्ला-फल-सब्जी व्यापारी संघ, नौरंगाबाद छावनी व्यापार मंडल समर्थन कर रहे हैं।