Move to Jagran APP

Aligarh News: आनंद एग्राेकेम के स्‍क्रैप से मिलेगा किसानों को बकाया, राज्‍यमंत्री भी जुटे

जीटी रोड पर गोपी-लधौआ स्थित आनंद एग्राेकेम चीनी मिल कई सालों से किसानों की कर्जदार है। इस पर 45 करोड़ से अधिक का बकाया चला आ रहा है। कई बार रिकवरी के लिए नीलामी के भी आदेश हुए हैं लेकिन खरीददार नहीं मिलते हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Wed, 30 Nov 2022 01:06 PM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 01:06 PM (IST)
Aligarh News: आनंद एग्राेकेम के स्‍क्रैप से मिलेगा किसानों को बकाया, राज्‍यमंत्री भी जुटे
गोपी-लधौआ स्थित आनंद एग्राेकेम चीनी मिल कई सालों से किसानों की कर्जदार है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जीटी रोड पर गोपी-लधौआ स्थित आनंद एग्राेकेम चीनी मिल कई सालों से किसानों की कर्जदार है। इस पर 45 करोड़ से अधिक का बकाया चला आ रहा है। कई बार रिकवरी के लिए नीलामी के भी आदेश हुए हैं, लेकिन खरीददार नहीं मिलते हैं। पिछले दिनों डीएम इंद्र विक्रम सिंह की ओर से भी शासन में एक पत्र भेजा गया है। इसमें इसकी लीज निरस्त करने की संस्तुति की गई है। प्रदेश के राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान भी अब इसमें प्रयास कर रहे हैं।

loksabha election banner

किसानों को नहीं मिला बकाया

ढाई हजार टीसीडी क्षमता की इस सुगर मिल की स्थापना 90 के दशक में हुई थी। तत्कालीन प्रदेश सरकार ने इस प्रोजेक्ट की स्थापना में मदद की। कोल तहसील के गोपी -लधौआ ग्राम पंचायत में 16 नवंबर 1994 को 79.13 हेक्टेयर सरकारी जमीन आवंटित की। मिल संचालक के लिए लीज का किराया 3761 रुपये प्रति वर्ष निर्धारित किया गया। कुछ दिन बाद मिल की शुरुआत हो गई। वित्तीय वर्ष 2005-16 से लेकर 2012-13 तक मिल का संचालन किया, लेकिन मिल से किसानों का भुगतान नहीं हो सका। 12 अप्रैल 2013 को मिल पर ताला लटक गया। मिल संचालक किसानों का बकाया तक नहीं दे सके।

मिल के स्‍क्रैप से होगी वसूली

कोर्ट से भी आदेश हुए, लेकिन पैसा नहीं मिला। अब तक किसानों का मिल पर बकाया है। पिछले दिनों प्रशासन ने मिल के चालू होने की संभावना न देखते हुए जमीन वापस लेने के लिए पहल शुरू की है। डीएम ने आनंद एग्राेकेम के नाम सरकारी जमीन की लीज को निरस्त करने की संस्तुति की है। शासन को भेजे पत्र में लिखा है कि मिल संचालक ने 1995 से अब तक वार्षिक किराया जमा नहीं किया है। मिल के स्क्रैप से किसानें केे बकाए की वसूली की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.