निराश्रित जानवरों से खेतों की रखवाली करने गए किसान की ठंड से मौत
अलीगढ़ जागरण संवाददाता। सादाबाद में निराश्रित जानवरों से फसल की रखवाली कर रहे एक किसान की खेत पर बनी झोपड़ी में ही ठंड से मौत हो गई। शनिवार की सुबह स्वजन को जानकारी होने पर घर परिवार के लोगों में हाहाकार मच गया। तत्काल पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। सादाबाद में निराश्रित जानवरों से फसल की रखवाली कर रहे एक किसान की खेत पर बनी झोपड़ी में ही ठंड से मौत हो गई। शनिवार की सुबह स्वजन को जानकारी होने पर घर परिवार के लोगों में हाहाकार मच गया। तत्काल पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा मृतक किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
जान हथेली पर रखकर कर रहे फसलों की रखवाली
निराश्रित गोवंश से फसलों की देखभाल करना किसानों को महंगा पड़ता जा रहा है। खेत पर आए गोवंश को भगाने के प्रयास में गांव बेदई में दो दिन पहले एक किसान कटीले तारों में फंस कर गिर जाने से उसकी मौत हो गई। शनिवार को भी फसल की रखवाली कर रहे किसान की ठंड के कारण मौत हो गई, लेकिन अभी तक प्रशासन इस दिशा में कोई पहल नहीं कर पा रहा है। जिसके कारण किसानों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है।
रात को खाना खाकर खेतों की रखवाली करने गए थे
कुरसंडा क्षेत्र के गांव थलुगड़ी निवासी 52 वर्षीय संतोष कुमार पुत्र बाबूलाल जिसने इस बार अपने खेत में आलू तथा गेहूं की फसल की थी। वह प्रतिदिन बेसहारा गोवंश से अपनी फसल को बचाने के लिए रात्रि के समय खेत पर बनी झोपड़ी में ही रहकर फसल की सुरक्षा करते थे। शुक्रवार की देर रात्रि करीब 9:30 बजे वह घर से खाना पीना खाकर फसल की सुरक्षा को खेत पर गए हुए थे। सुबह करीब चार बजे जब संतोष कुमार के स्वजन खेत पर गए तो संतोष कुमार मृत अवस्था में पड़े मिले। उन्होंने मामले की जानकारी अन्य स्वजन को दी। वह भी मौके पर पहुंच गये। तत्काल उनको निकट के चिकित्सक के यहां ले गए। जहां चिकित्सक ने उन को मृत घोषित कर दिया। जानकारी घर परिवार के लोगों को होने पर हाहाकार मच गया। ठंड से हुई किसान की मौत की जानकारी पुलिस तथा प्रशासन को दी गई। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। किसान की शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।