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Aligarh News: विद्युत व्यवस्था से नाराज किसान नेताओं ने तेलंगाना सरकार की प्रशंसा करते हुए कही बड़ी बात

Farmers Angry with Electricity System किसान नेता उत्तर प्रदेश की विद्युत व्यवस्था पर आक्रोश जता रहे हैं वहीं तेलंगना की विद्युत व्यवस्था की प्रशंसा कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि यूपी सरकार नलकूपों पर भी मीटर लगवा रही फिर भी किसानों को बिजली नहीं मिल पा रही।

By Mohammad Aqib KhanEdited By: Published: Thu, 08 Sep 2022 03:29 PM (IST)Updated: Thu, 08 Sep 2022 03:29 PM (IST)
Aligarh News: विद्युत व्यवस्था से नाराज किसान नेताओं ने तेलंगाना सरकार की प्रशंसा करते हुए कही बड़ी बात
Aligarh News: विद्युत व्यवस्था से नाराज किसान नेताओं ने तेलंगाना सरकार की प्रशंसा करते हुए कही बड़ी बात : जागरण

अलीगढ़, जागरण संवाददाता: Farmer Leaders Angry with Electricity System किसान नेता तेलंगना में विद्युत व्यवस्था की प्रशंसा कर रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में विद्युत व्यवस्था पर आक्रोश जता रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि तेलंगना में सरकार ने किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली देने की घोषणा की है, जिसका किसान स्वागत कर रहे हैं। जबकि, उत्तर प्रदेश सरकार नलकूपों पर भी मीटर लगवा रही है। रोस्टर के आधार पर भी किसानों को बिजली नहीं मिल पा रही। इससे किसानों पर बोझ बढ़ रहा है। विद्युत संशोधन विधेयक को किसान नेता किसानों के विरुद्ध बता रहे हैं।

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भारतीय किसान यूनियन (स्वराज) के पदाधिकारियों ने विद्युत संशोधन अधिनियम पर विरोध जताया। गांव सुखरावली में सभा कर इस विधेयक को हटाने की मांग की। सभा की अध्यक्षता कर रहे चौ. गजेंद्र सिंह ने विधेयक से किसान, बेरोजगार और मजदूरों पर पड़ने वाले बोझ से अवगत कराया।

उन्होंने कहा कि यह विधेयक बिजली व्यवस्था को निजी कंपनियों के हाथों में सौंप देने का एक हथकंडा है। जब तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री अपने प्रदेश में किसानों को 24 घंटे बिजली दे सकते हैं तो उत्तर प्रदेश सरकार भी ऐसा कर सकती है। लेकिन, इसके उलट यहां सरकार किसानों के निजी नलकूपों पर मीटर लगाकर कंपनियों को लाभ पहुंचा रही है।

अशोक प्रकाश ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि अगर देश में विपक्षी गठबंधन की सरकार बनेगी तो किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली मिल सकती है। मांग के मुकाबले देश में विद्युत उत्पादन की क्षमता कहीं ज्यादा है। हमारे देश में बिजली उत्पादन क्षमता जहां चार लाख मेगावाट से अधिक है, वहीं मांग मात्र दो लाख 15 हजार मेगावाट है।

जिलाध्यक्ष व हरियाणा प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने कहा कि विद्युत संशोधन विधेयक विशेष तौर पर किसानों के खिलाफ है। इससे किसानों का खेती करना और मुश्किल हो जाएगा। राज्य सरकार एक तरफ किसानों को अन्य कई राज्यों की तरह मुफ्त बिजली देने का वादा करती है, वहीं दूसरी तरफ नलकूपों पर मीटर लगाकर अपने ही वादे का उपहास कर किसानों पर बोझ डाल रही है। किसान इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

गजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने नलकूप पर किसी भी हालत बिजली मीटर न लगने देने का प्रण लिया है। किसानों को संशोधन विधेयक का व्यापक तौर पर विरोध करना चाहिए।

सभा में चौ. सुभाषचंद्र, जयंती देवी, भूप सिंह, विनोद कुमार, गोकुल करण कश्यप, अरुण कुमार, तनुज, मनीष चौधरी आदि शामिल रहे।


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