सांसद, विधायकों के आवास पर कृषि कानून की प्रतियां जलाने पर अड़े किसान नेता Aligarh news
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान संगठनों ने पांच जून को सांसद विधायकों के आवास पर कृषि कानूनाें की प्रतियां जलाने का ऐलान किया है। प्रशासन द्वारा लागू धारा 144 के बावजूद किसान नेता अपने निर्णय पर अड़े हैं।
अलीगढ़, जेएनएन । कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान संगठनों ने पांच जून को सांसद, विधायकों के आवास पर कृषि कानूनाें की प्रतियां जलाने का ऐलान किया है। प्रशासन द्वारा लागू धारा 144 के बावजूद किसान नेता अपने निर्णय पर अड़े हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिए संगठन के पदाधिकारी व किसानों को निर्धारित तिथि पर सांसद, विधायकों के आवास पर पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है। किसान नेताओं का कहना है कि प्रशासन ने दबाव बनाने के लिए निषेद्याज्ञा लागू की है, जिससे किसान नेता अपने मकसद में सफल न हो सकें।
पांच जून को क्रांति दिवस के रूप में मनाएंगे किसान
भारतीय किसान यूनियन (स्वराज) के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रदेश प्रभारी आशीष पांडे ने अलीगढ़ इकाई को निर्देश दिए हैं कि संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान के समर्थन में पांच जून को क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाए। इस दिन भाजपा सांसद व विधायकों के आवास के सामने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में सभी पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, सभी ने सहमति भी जताई है और तैयारियां शुरू कर दी हैं। पदाधिकारी जनपद के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से ट्रैक्टर, बाइक व अन्य वाहनों से सांसद, विधायकों के आवास पर पहुंचेंगे और उनसे मुलाकात कर कृषि कानूनों के अलावा अन्य समस्याएं भी बताएंगे। जनप्रतिनिधियाें को बताया जाएगा कि कोरोना संकट में किसान परेशान हैं। सरकारी विभागों द्वारा सुनवाई नहीं हो रही है। पशुपालन विभाग गांवों में ध्यान नहीं दे रहा, प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा कार्यक्रमों से किसानों को रूबरू नहीं कराया जाता, समाज कल्याण विभाग कोई मदद नहीं कर रहा, सरकारी कार्यालयों में किसान भटक रहा है, कोविड से मृत हुए किसानों को राहत नहीं मिल पा रही। इसके उपरांत कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई जाएंगे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन धारा 144 लागू कर क्रांति दिवस मनाने से किसान संगठनों को रोकना चाहता है। गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं, लेकिन कृषि कानूनों की प्रतियां जलाने का जो निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व ने लिया है, वह पूरा किया जाएगा। पांच जून को किसान नेता धनीपुर मंडी पर एकत्रित होकर यहीं से रवाना होंगे।