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अलीगढ़ में फिर पकड़ी Fake Roadways Bus, एटा के चालक व परिचालक के खिलाफ रिपोर्ट

Fake Roadways Bus अलीगढ़ में रोडवेज के रंग में रंगी फर्जी बस फिर पकड़ ली गईं। नेशनल हाईवे पर थाना अकराबाद के पास एक रोडवेज रंग से मिलते जुलते रंग में रंगी फर्जी बस को चेकिंग के दौरान एआरएम ने पकड़ लिया।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sun, 20 Nov 2022 01:57 PM (IST)Updated: Sun, 20 Nov 2022 01:57 PM (IST)
अलीगढ़ में फिर पकड़ी Fake  Roadways Bus, एटा के चालक व परिचालक के खिलाफ रिपोर्ट
Fake Roadways Bus एआरएम ने रोडवेज रंग से मिलते जुलते रंग में रंगी फर्जी बस को पकड़ लिया।

अलीगढ़, संदीप सक्‍सेना। Fake Roadways Bus उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में रोडवेज के रंग में रंगी फर्जी बस फिर पकड़ ली गईं।  नेशनल हाईवे पर थाना अकराबाद के पास एक रोडवेज रंग से मिलते जुलते रंग में रंगी फर्जी बस को चेकिंग के दौरान एआरएम ने पकड़ लिया। संतोषजनक उत्‍तर नहीं देेने पर चालक व परिचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।  इससे पहले भी रोडवेज की फर्जी बसें पकड़ी जा चुकी हैं।

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एआरएम ने पकड़ी Fake  Roadways Bus 

अकराबाद में रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक चीनी प्रसाद ने अवैध रूप से संचालित की जा रही Fake Roadways Bus फर्जी बस को चेकिंग के दौरान पकड़कर पुलिस को सोंप दिया है। बस यात्रियों को ले जा रही थी। एआरएम ने बताया है कि बस को थाना अकराबाद पर थाना परिसर में खड़ा करा दिया गया है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने चालक मनोज कुमार पुत्र बेनी नाम निवासी सोन्सा थाना बागवाला जनपद एटा व परिचालक नवीन कुमार पुत्र रामकिशन निवासी डोरीनगर छावनी अलीगढ़ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। बस इन दोनों के द्वारा संचालित की जा रही थी।

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धोखाधड़ी के मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट निरस्त करने की अर्जी स्वीकार

अलीगढ़। सासनीगेट क्षेत्र के कमल सिंह की ओर से दर्ज कराए गए धोखाधड़ी के मुकदमे में लगाई गई अंतिम रिपोर्ट को निरस्त करने की अर्जी को अदालत ने स्वीकार कर लिया। साथ ही थाना सिविल लाइन के प्रभारी को विवेचना करने के आदेश दिए हैं। पला साहिबाबाद निवासी आप के पूर्व महानगर अध्यक्ष कमल सिंह ने वर्ष 2018 में थाना सिविल लाइन में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें कागजों में हेराफेरी कर छात्रवृत्ति की रकम का गबन करने का आरोप था। लेकिन, पुलिस ने मामले में अंतिम रिपोर्ट (एफआर) लगा दी। इसे लेकर कमल सिंह ने डीएम, एसएसपी से शिकायत की। इसके बाद सीएम पोर्टल पर शिकायत की, जिसके बाद जांच बैठी। उसी दौरान कमल सिंह ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय की अदालत में याचिका दायर की। इसे अदालत ने स्वीकार कर लिया है।


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