अलीगढ़ के मंडलीय मेडिकल बोर्ड से पास हो रहे अधिकांश पुलिस भर्ती के फेल अभ्यर्थी
पुलिस भर्ती के लिए मेडिकल परीक्षण पर मंडल भर से शिकायतें आ रही हैं। हाथरस व अलीगढ़ के बाद एटा में भी अभ्यर्थियों को जानबूझकर फेल करने का मामला सामने आया है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। पुलिस भर्ती के लिए मेडिकल परीक्षण पर मंडल भर से शिकायतें आ रही हैं। हाथरस व अलीगढ़ के बाद एटा में भी अभ्यर्थियों को जानबूझकर फेल करने का मामला सामने आया है। दरअसल, फेल किए गए 21 अभ्यर्थियों में से 14 को एडी हेल्थ के अधीन बनाए गए मेडिकल बोर्ड ने उत्तीर्ण कर दिया। अलीगढ़ व हाथरस में काफी संख्या में अभ्यर्थी फेल किए गए। इससे मेडिकल जांच पूरी तरह सवालों के घेरे में आ गई है।
पूरे सूबे में हो रही जांच
अलीगढ़ समेत पूरे सूबे में इन दिनों पुलिस भर्ती के लिए अभ्यर्थियों की मेडिकल बोर्ड से जांच कराई जा रही है। अलीगढ़ में अभ्यर्थियों से पास कराने के लिए दलाली में राष्ट्रीय बधिरता कार्यक्रम के तहत रखे गए ऑडियोमेट्री सुशील कुमार को पुलिस जेल भेज चुकी है। बोर्ड में शामिल डॉक्टर व नोडल अधिकारी तक जांच के घेरे में हैं। मामले की पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी जांच कर रही है।
नया मामला
एटा में 24, 25 व 26 अप्रैल को मेडिकल जांच हुई, जिसमें कुल 21 अभ्यर्थी कोई न कोई कमी बताकर फेल कर दिए गए। फेल अभ्यर्थियों ने दोबारा जांच के लिए एडी हेल्थ के यहां अर्जी लगाई। हैरानी की बात ये है कि 14 अभ्यर्थी यहां पास हो गए। ऐसे में दोनों ही बोर्ड संदेह के घेरे में हैं। बरौली विधायक ने भी की शिकायत भाजपा के बरौली विधायक ठा. दलवीर सिंह ने पूर्व में एडी हेल्थ के अधीन मेडिकल बोर्ड पर ही सवाल उठाए थे, मगर पुलिस ने जांच सीएमओ के अधीन मेडिकल बोर्ड से की।
बेहद छोटी कमी पर अभ्यर्थी पर को नहीं करते फेल
एडी हेल्थ डॉ.शंकरलाल सारस्वत का कहना है कि सीएमओ के अधीन मेडिकल बोर्ड कई बार बेहद छोटी कमी पर ही अभ्यर्थी को फेल कर देता है। किसी अभ्यर्थी का नुकसान न हो, इसलिए मंडलीय बोर्ड ऐसी कमी को नजर अंदाज कर उन्हें उत्तीर्ण कर देता है।