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28 साल बाद भी नहीं लग सकी फैक्ट्रियां, दो प्लाटों पर अवैध कब्जे Aligarh news

सुमन शर्मा ने सिलाई केंद्र के लिए प्लॉट आवंटन कराया था। केंद्र का आजतक पंजीकरण नहीं हुआ। नूर फातिमा ने मसाला उद्योग के लिए प्लॉट आवंटन कराया।

By Parul RawatEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 05:09 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 05:09 PM (IST)
28 साल बाद भी नहीं लग सकी फैक्ट्रियां, दो प्लाटों पर अवैध कब्जे Aligarh news
28 साल बाद भी नहीं लग सकी फैक्ट्रियां, दो प्लाटों पर अवैध कब्जे Aligarh news

अलीगढ़, जेएनएन। बेरोजगारों का सपना किस तरह ध्वस्त होता है, यह  अनूपशहर  रोड स्थित जवां मिनी औद्योगिक  आस्थान  में देखा सकते हैं। यहां 28 साल बाद भी एक भी फैक्ट्री चालू नहीं हो सकी है। आवंटित 12 प्लाटों पर फैक्ट्री के नाम पर आवास बन चुके हैं। बिजली विभाग ने भी घरेलू बिजली कनेक्शन जारी कर दिए। अन्य प्लाट खाली  पड़े  हैं।

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कुल 38 प्लाट 128-128 वर्ग मीटर के आवंटित किए गए थे। शर्त के अनुसार सभी पर यूनिटें लगनी थीं। दो प्लाटों पर किसानों ने तभी कब्जा कर लिया, जो अभी तक नहीं हट सका। यहां सुमन शर्मा ने सिलाई केंद्र के लिए प्लॉट आवंटन कराया था। केंद्र का आजतक पंजीकरण नहीं हुआ। नूर फातिमा ने मसाला उद्योग के लिए प्लॉट आवंटन कराया। फर्म का अतापता ही नहीं। इन्होंने घर बना लिया। इसी तरह बिल्डिंग के लिए जंगला चौखट की जगह एक उद्यमी ने टैंट की दुकान खोल ली है। उद्योग स्थापित न होने के लिए विभाग के अधिकारी आवंटियों में इच्छा शक्ति का अभाव बता रहे हैं। वहीं,  आवंटी  कारोबारी विभाग पर अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं। एक प्लाट के  आवंटी  प्रमोद शर्मा ने बताया कि धूपबत्ती व अगरबत्ती बनाने की फैक्ट्री के लिए आठ साल पहले प्लॉट आवंटन कराया था। प्लॉट के ऊपर से 33 हजार केवीके की बिजली की लाइन गुजर रही है। दो दिन पहले ही इस लाइन की शिफ्टिंग के लिए अफसरों से मिलकर आया हूं। जबतक ये लाइन नहीं हटेगी,  तबतक  निर्माण नहीं होगा। जिला उद्योग के अफसरों ने  हाईटेंशन  लाइन हटाने के लिए हाथ  खड़े  कर दिए हैं। ऐसे में निर्माण करना संभव नहीं। भवन पर लेंटर डालते समय पहले हादसों में कई जान जा चुकी हैं। सुविधाएं होने पर ही उद्योग स्थापित हो सकते हैं।

यह थी योजना

जवां औद्योगिक  आस्थान  की स्थापना का उद्देश्य ग्रामीण अंचल के  हुनमंदों  को स्वरोजगार मुहैया कराना था। इसमें लुहार के लिए जैसे  फावड़ा  व अन्य कृषि यंत्र, थ्रेसर, हैरो, कटर, बिल्डिंग के लिए जंगला, गेट, मैन गेट, चौखट व अन्य उत्पादन का निर्माण करने के लिए यूनिट स्थापित की जानी थीं।

यह है हाल

औद्योगिक  आस्थान  में न तो  सड़क  बनी हैं और न चार दीवारी। निचला क्षेत्र होने के कारण पानी भर जाता है। औद्योगिक  आस्थान  के ऊपर से गुजर रही  हाईटेंशन  की लाइन भी अवरोध का  बड़ा  कारण रही।

बैठक आज

26 अगस्त को जवां के  आवंटी  उद्यमियों की जिला उद्योग कार्यालय में दोपहर बैठक बुलाई गई है। इसमें आवंटित प्लॉटों पर योजना के अनुसार यूनिटें लगाने पर चर्चा की जाएगी।  श्रीनाथ  पासवान, उपायुक्त उद्योग का कहना है कि 1.22  करोड़  से आरसीसी  सड़क  व नाली निर्माण कराया जा रहा है। एक महीने में बिजली का फीडर लग जाएगा।  हाईटेंशन  लाइन भी जल्द शिफ्ट करा दी जाएगी। आवंटियों को दो माह का समय दिया गया है। कुछ प्लाटों पर मकान बने हैं। इन आवंटियों को औद्योगिक इकाई स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। अन्यथा आवंटन रद की कार्रवाई की जाएगी।


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