रेलवे बजट में अलीगढ़ को मिली पुलों की सौगात, ये होंगी सुविधाएं Aligarh News
आधुनिकता की ओर कदम बढ़ाते हुए उत्तर-मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में अलीगढ़ रेलवे स्टेशन के परिक्षेत्र में करीब 108 हजार करोड़ की लागत से नए निर्माण कार्यों की घोषणा की गई है।
रिंकू शर्मा अलीगढ़। लोकसभा में पेश आम बजट में अलीगढ़ को मांगों के अनुरूप नई ट्रेनों के स्टॉपेज की सौगात नहीं मिल सकी, लेकिन आधुनिकता की ओर कदम बढ़ाते हुए उत्तर-मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में अलीगढ़ रेलवे स्टेशन के परिक्षेत्र में करीब 108 हजार करोड़ की लागत से नए निर्माण कार्यों की घोषणा की गई है। इस बजट से नए पुलों के निर्माण के साथ यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी, रेलवे ट्रैक के अनुरक्षण, नवीनीकरण, बिजली क्षमता का विस्तार, दोहरीकरण, तीसरी व चौथी रेलवे लाइन के लिए धनराशि आवंटित की गई है।
छह रोड ओवरब्रिजों का निर्माण
अलीगढ़- दाऊद खां में नए ओवरब्रिज का निर्माण होगा। इस ब्रिज के निर्माण पर करीब 4.47 करोड़ की लागत आएगी। बरेली-अलीगढ़ ब्रांच लाइन पर मंजूरगढ़ी-हरदुआगंज के गेट संख्या 85 बी पर 3.01 करोड़, गेट संख्या 86 बी पर बनने वाले ओवरब्रिज पर 7.64 करोड़ खर्च होंगे। कलुवा-सोमना के बीच गेट संख्या 119 बी पर 7.11 करोड़, अलीगढ़-महरावल के गेट संख्या 111 ए पर 3.54 करोड़ व सोमना के गेट संख्या 120 बी दौरऊ गांव पर 7.11 करोड़ की लागत से ओवर ब्रिज बनेगा। इनमें अधिकांश योजनाओं पर काम पूरा हो चुका है, शेष के लिए राशि जारी करने का प्रावधान किया गया है। इन पुलों के निर्माण से आमजन को काफी सहूलियतें मिलेंगी।
29 करोड़ की लागत से होगा एक्सल काउंटर का कार्य
अलीगढ़-चिपयाना के बीच दोहरी जांच, बहुखंडीय, अंकीय, धुरा गणक यानी एक्सल काउंटर निर्माण में करीब 29 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अलीगढ़-गाजियाबाद के बीच तीसरी लाइन के बीच 4.47 करोड़ की मदद से रेलवे ट्रैक के शेष बचे कार्यों को पूरा कराया जाएगा।
दिल्ली साइड पर बनेगा पैदल पुल
अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर दिल्ली साइड में एसपी सिटी आफिस के सामने 11 करोड़ की लागत से पैदल पुल बनेगा। इसके लिए 4.5 करोड़ रुपये जारी किए गए हैैं।
स्वचालित सिग्नल प्रणाली से चलेंगी ट्रेन
अलीगढ़ से गाजियाबाद के बीच अप लाइन पर एब्सोयट ब्लॉक संचलन के बदले स्वचालित सिग्नल प्रणाली के तहत मारीपत स्टेशन से दादरी के बीच निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। महरावल से अलीगढ़ के मध्य कार्य को पूरा करने के लिए 6.44 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। अलीगढ़ स्टेशन पर एक डाउन लूप लाइन व प्लेटफार्म निर्माण व स्टेशन सुधार के लिए 2.64 करोड़ की धनराशि जारी की गई है। अलीगढ़- मुगलसराय के मध्य लाइन पर द्विदिशात्मक, स्वचालित सिग्नल प्रणाली व छोटी लूपों के विस्तार का काम किया जाएगा। अब अलीगढ़ से मुगलसराय तक सभी लूप लाइनों का फुल लेंथ में ट्रेन की लंबाई के सापेक्ष 715 मीटर तक विस्तार करने के लिए 2.4 करोड़ का बजट खर्च किया जायेगा। हरदुआगंज व मंजूरगढ़ी रेलवे स्टेशन पर इलेक्ट्रो मैकेनिकल के तहत रंगीन प्रकाश सिग्नल पैनल प्रणाली पर 14.64 करोड़ की धनराशि खर्च होगी। महरावल में 11 केवीए के कर्षण विद्युत केंद्र व अलीगढ़ जंक्शन पर 33 केवीए के उप स्टेशन में बदलाव किया जाएगा।
ई-वर्किंग प्रणाली को मिलेगी मान्यता, पेपरलेस होगा काम
रेलवे ने ए, बी, सी व डी श्रेणी वाले उत्तर मध्य रेलवे के सभी रेलवे स्टेशनों को पेपरलेस करते ई-वर्किंग प्रणाली, इंस्टूमेंट, कंप्यूटर आधारित मॉडयूल्स को बढ़ावा दिया जाएगा। रेलवे टिकट के लिए भी लाइन में नहीं लगना होगा। एटीवीएम के जरिए टिकट आसानी से मिल सकेगी। इससे कर्मचारियों का बोझ भी कम होगा।
ये भी मिलेगी सुविधाएं
- अभी तक दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर वंदे भारत समेत कई ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थीं। बजट में उन्हें 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की योजना तैयार की गई है। इस स्पीड से दिल्ली से हावड़ा की दूरी मात्र 12 घंटे में पूरी की जा सकेगी।
- सुपरफास्ट ट्रेनों में स्टेशन के आने पर उसकी सार्वजनिक उद्घोषणा के साथ डिस्प्ले की सुविधा का लाभ यात्रियों को मिलेगा।
- बिना चौकीदार वाले रेलवे क्रॉसिंग पर चौकीदार तैनात करने को 13.6 करोड़ खर्च किया जाएगा। हालांकि अलीगढ़ जंक्शन क्षेत्र में कोई भी रेलवे क्रॉसिंग चौकीदार विहीन नहीं है।
बरेली-चंदौसी रेलमार्ग के दोहरीकरण के लिए 2,226 करोड़
मुरादाबाद रेल मंडल के बरेली-चंदौसी -अलीगढ़ रेल मार्ग को दोहरीकरण की स्वीकृति के साथ ही बजट आवंटित किया गया है। बरेली-चंदौसी-अलीगढ़ सबसे पिछड़ा रेलमार्ग माना जाता है। इसकी लंबाई 167.74 किमी है। इसके दोहरीकरण के लिए 2,226 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। यहां पहले से ही विद्युतीकरण का काम पहले चल रहा है। बरेली-चंदौसी-अलीगढ़ ब्रांच लाइन महत्वपूर्ण रेलमार्ग है। ये लाइन अलीगढ़ और बरेली से होकर गुजरने वाले रेलवे के सबसे महत्वपूर्ण रेल मार्गों को मिलाती है और दिल्ली-अलीगढ़-हावड़ा रूट रेलवे का ए रूट माना जाता है। इस पर अधिक ट्रैफिक हो जाने के कारण चंदौसी रूट का प्रयोग बढ़ाने की योजना बनाई गई है। इस लाइन का दोहरीकरण किया जा रहा है। दिल्ली-अलीगढ़- हावड़ा रूट, सहारनपुर-मुरादाबाद-लखनऊ व दिल्ली-मुरादाबाद -लखनऊ रूट पर ट्रैफिक को आवश्यकतानुसार शिफ्ट किया जा सकेगा।
कर्मचारियों के लिए फस्र्ट व सेकेंड क्लास आवास
अलीगढ़ में रेलवे की लोको कॉलोनी में कर्मचारियों के लिए बने आवास जर्जर व दयनीय हाल में हैं। यहां रहने वाले कर्मचारी हादसे के साये में रहने को मजबूर थे। सुविधाओं के नाम पर भी कुछ नहीं है। रेल बजट में कर्मचारी कल्याण आवासों का निर्माण किया जाएगा। फस्र्ट व सेकेंड क्लास के 69 आवासों का निर्माण होगा। इनके निर्माण पर 3.69 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
अभी तक था सुविधाओं का अभाव
स्टेशन अधीक्षक डीके गौतम ने बताया कि रेलवे ने बजट में आवास निर्माण के लिए घोषणा की है। यह सराहनीय पहल है। कर्मचारी जर्जर भवनों व सुविधाओं के अभाव में जी रहे थे। अब सामाजिक जीवन जीने का अवसर मिल सकेगा। डिप्टी एसएस पूजा का कहना है कि आवास सुविधा न होने से कर्मचारियों को किराये के मकानों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा था। अब सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। रेलवे कर्मचारी देवेश कुमार का कहना है कि आवासों में सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं। जर्जर होने के कारण बरसात में कमरों की छतें टपकने लगती थीं। अब सरकार की घोषणा से इन आवासों की स्थिति में सुधार हो सकेगा।
सोने पे सुहागा
यात्री लक्ष्मीकांत शर्मा का कहना है कि यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे के प्रयास सराहनीय हैं। कुछ नई ट्रेनों की सौगात भी मिलती तो सोने पे सुहागा हो जाता। यात्री संजू जादौन का कहना है कि पुलों के निर्माण के साथ ही आधुनिक सुविधाओं की बढ़ोतरी होने से यात्रियों को लाभ मिलेगा। यात्रा भी सुगम होगी। यात्री भारत शर्मा का कहना है कि अलीगढ़ स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ ट्रैक का विस्तार होने से ट्रेनों की होने वाली लेटलतीफी कम हो सकेगी।
यात्रियों को मिलेगा लाभ
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संदीप गुप्त का कहना है कि बजट में यात्री सुविधाओं में सुधार, क्षमता विस्तार के साथ ही संरक्षा पर जोर दिया गया है। इसका सीधा लाभ यात्रियों को मिलेगा।
हाथरस में 42 करोड़ के बजट से होगा रेलवे का कायाकल्प
रेल बजट में हाथरस में रेलवे लाइनों व प्लेटफार्म के विस्तार, यार्ड के ढांचे में परिवर्तन के साथ ही यात्री सुविधाओं के लिए करीब 12 करोड़ रुपये, हाथरस सिटी व जलेसर सिटी के बीच बनने वाले ओवरब्रिज के निर्माण पर 4.3 करोड़, सासनी-विजयगढ़ के गेट संख्या 99 बी पर बनने वाले ओवरब्रिज निर्माण पर 3.37 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हाथरस-सासनी के गेट संख्या 96 सी के बीच ओवरब्रिज निर्माण के लिए 4.12 करोड़, सासनी-मडराक के गेट संख्या 100 सी पर ब्रिज के लिए 3.4 करोड़, हाथरस लाड़पुर के बीच बनने वाले ब्रिज के निर्माण पर 5.66 करोड़, एटा, बरहन, हाथरस फोर्ट स्टेशन के बीच बनने वाले ओवर ब्रिज पर 11.56 करोड़ रुपये की लागत आएगी।