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Deepawali Mela : राज्यमंत्री और खैर विधायक को छोड़कर सभी विधायक बनाए गए विशिष्ट अतिथि, जानिए वजह

दीपावली मेला आयोजित करने के शासन के निर्देश क्या हुए नगर निगम का पूरा अमला इसकी तैयारियों में जुट गया है। साज-सज्जा टैंट के लिए लाखों रुपये के ठेके दिए जा रहे हैं। टीवी कलाकार बुलाए गए हैं यूट्यूब पाप सिंगर भी इस नुमाइश में हिस्सा लेंगी।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 11:47 AM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 11:47 AM (IST)
Deepawali Mela : राज्यमंत्री और खैर विधायक को छोड़कर सभी विधायक बनाए गए विशिष्ट अतिथि, जानिए वजह
दीपावली मेले के आयोजन को लेकर शुरू से ही सवाल उठ रहे थे।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  दीपावली मेला आयोजित करने के शासन के निर्देश क्या हुए, नगर निगम का पूरा अमला इसकी तैयारियों में जुट गया है। साज-सज्जा, टैंट के लिए लाखों रुपये के ठेके दिए जा रहे हैं। टीवी कलाकार बुलाए गए हैं, यूट्यूब पाप सिंगर भी इस नुमाइश में हिस्सा लेंगी। पंजाबी नाइट, डांडिया जैसे कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने के आदेश हैं तो कराने ही होंगे, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अतिथियों को लेकर भेदभाव किया जाए। नगर निगम ने जो आमंत्रण पत्र जारी किया है, उसमे जिले के सात विधयकों में सिर्फ पांच का नाम ही विशिष्ट अतिथियों में शामिल है, अतरौली और खैर विधायक का नाम लिखा ही नहीं, जबकि अतरौली विधायक संदीप सिंह राज्यमंत्री हैं। इसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रहीं हैं। उपसभापति डा. मुकेश शर्मा भी आपत्ति जता चुके हैं। यही नहीं, स्ट्रीट वेंडर्स से 1100 रुपये लेकर मेले में स्टाल लगाने की अनुमति देने पर भी सवाल उठाए गए। मंगलवार को उपसभापति व अन्य पार्षदों ने अपर नगर आयुक्त अरुण गुप्त के साथ बैठक की। तब तय हुआ कि सिर्फ 20 बड़े दुकानदारों की रसीद काटी जाएगी, बाकी वेंडर्स निश्शुल्क रेहड़ी, ढकेल लगा सकेंगे।

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जिला स्‍तर पर आयोजित होंगे दीपावली मेला

प्रदेश सरकार ने इस बार दीपावली पर पटरी दुकानदारों का कारोबार बढ़ाने के उद्देश्य से दीपावली मेला आयोजित करने के जिला स्तर पर निर्देश दिए हैं। निर्देश हैं कि मेले में पटरी दुकानदारों को समुचित स्थान उपलब्ध कराया जाए। फूड स्टाल और बच्चों के मनारंजन के लिए झूले आदि भी लगवाए जाएं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच की व्यवस्था हो। मेले को आकर्षक बनाने के लिए सेल्फी प्वाइंट, सेल्फी विद ग्रेट लीडर्स, विभिन्न प्रकार की प्रगतियोगिताएं आयोजित की जाएं। इसके अलावा स्वनिधि योजना के लाभार्थियों के एक डेडीकेटड पंजीकरण डेस्क की व्यवस्था करने के भी दिशा-निर्देश हैं। प्रत्येक शहर में डीएम की अध्यक्षता में आयोजन कमेटी बनाने को कहा गया है। एसएसपी, एसपी, सीएमओ, ईओ, जिला सूचना अधिकारी व डीएम द्वारा नामित एक अधिकारी इस कमेटी का सदस्य होगा। आदेशों के अनुपालन में नगर निगम ने 28 अक्टूबर से तीन नवंबर तक रंगारंग कार्यक्रम कराने की रूपरेखा तैयार कर ली है। इनमें राजस्थानी लोक नृत्य, कवि सम्मेलन, मुशायरा, डांडिया, मैजिक शो, लाफ्टर शो, अलीगढ़ आइडल, फैशन शो, रसिया दंगल, मास्टर शेफ, बाडी बिल्डिंग शो आदि आयोजन लगभग तय हैं। टीवी सीरियल भाभी जी घर पर हैं, के कलाकार सक्सेना जी और यूट्यूब की पाप सिंगर रेवीका को भी बुलाया गया है।

आयोजन को लेकर शुरू से उठ रहे सवाल

दीपावली मेले के आयोजन को लेकर शुरू से ही सवाल उठ रहे थे। पार्षदों का कहना था कि मेले के आयोजन का ये मतलब नहीं कि उन बदहाल सड़कों को नजरअंदाज कर दिया जाए, जिनसे हर रोज लाखों लोग गुजरते हैं और परेशान होते हैं। इन्हीं सड़कों से ही दर्शक मेले में आएंगे, विभागीय अधिकारी ये भी नहीं सोच रहे।

लोगों का भी कहना है कि शहर में जब इतनी समस्याएं हैं तो इतने बड़े आयोजन की आवश्यकता क्या है। आयोजन जरूरी है तो सड़कें भी ठीक कराई जाएं। कुछ पार्षद भी इस पर आपत्ति जता चुके हैं। अब इस आयोजन ने निमंत्रण पत्र को लेकर भी विवाद जुड़ गया है। इसमें अतरौली विधायक व राज्यमंत्री संदीप सिंह और खैर विधायक अनूप वाल्मीकि का नाम नहीं है। बाकी विधायक विशिष्ट अतिथि बनाए गए हैं। इस पर अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त का कहना है कि दोनों विधायक नगर निगम कार्यकारिणी के सदस्य नहीं हैं, इसलिए कार्ड में नाम नही दिया गया। हालांकि, बताया जा रहा है कि गलती का अहसास होने पर दोनों विधायकों को पत्र भेजे जा रहे हैं।


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