अलीगढ़ में कर्मचारियों ने भरी हुंकार, बैंक व सरकारी कार्यालयों में दूसरे दिन भी कामकाज प्रभावित
केंद्रीय व राज्य कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर जिले के अधिकांश कर्मचारी बुधवार को भी हड़ताल पर रहे। हड़ताल का आज दूसरा दिन था।
अलीगढ़ (जेएनएन)। केंद्रीय व राज्य कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर जिले के अधिकांश कर्मचारी बुधवार को भी विभिन्न मांगों के समर्थन में हड़ताल पर रहे। हड़ताल का आज दूसरा दिन था। इससे बैंक, डाक विभाग, बीएसएनएल सहित राज्य सरकार से जुड़े अधिकांश कार्यालयों में काम नहीं हुआ। कहीं धरना दिया गया तो कहीं प्रदर्शन हुआ। बैंक कर्मचारियों ने एएमयू स्थित इलाहाबाद बैंक शाखा पर प्रदर्शन किया। यहां से जुलूस निकाला गया। जुलूस कलेक्ट्रेट पर खत्म हुआ, जहां धरना प्रदर्शन किया गया। कलेक्ट्रेट पर हुए धरना प्रदर्शन में विभिन्न विभागों के कर्मचारी शामिल थे। हडताल के चलते कार्यालयों पर जरूरी कामों से आए लोगों को निराश लौटना पड़ा। हड़ताल दो दिवसीय थी। गुरुवार से सभी कर्मचारी काम पर रहेंगे।
विकास भवन में हुई महासभा
संघ के तत्वावधान में विकास भवन में मंगलवार को एक महासभा आयोजित की गई। अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि नई पेंशन व्यवस्था से कर्मचारियों को काफी नुकसान हुआ है। पुरानी पेंशन को हर हाल में बहाल कराना है। संरक्षक केएस शर्मा ने कहा कि न्यूनतम वेतन 26 हजार मिलना चाहिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानजनक मानदेय नहीं मिल रहा है। पीआरडी जवान, मनरेगा मजदूरों को नियमित किया जाए। इस मौके पर कमलेश चौहान, राकेश शर्मा, निशा राजपूत, पुष्पेंद्र सिंह, प्रवीन कौशिक, चमनलाल राना, रेशमपाल सिंह, अब्दुल हनीफ खां, अशोक बाबू गौतम, केपी दक्ष, रीना, निशा, संगीता यादव, कुसुम, साधना, राजवाला, चंद्रकला, चंद्रलेखा, चंद्रकांता, मधुवाला आदि मौजूद रहे।
ये हैं प्रमुख मांगें
-पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल हो।
-सातवें वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन 26000 हो।
-संविदा व आउटसोर्सिंग व्यवस्था बंद कर नियमित नियुक्तियां हों।
-आंगनबाड़ी, आशा एवं रसाइयों को राज्य कर्मचारी की तरह न्यूनतम वेतन मिले।
-चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी आदेश को वापस लिया जाए।
एएमयू की इलाहाबाद बैंक शाखा से प्रदर्शनकारी आज निकालेंगे जुलूस
ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को पहले ही दिन बैंकों में असरदार बंदी दिखी। सुबह 10 बजे से ही उत्तर प्रदेश बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी कर्मचारी रामघाट रोड विद्यानगर स्थित ओबीसी शाखा पर एकत्रित हुए। यहां कर्मचारियों ने धरना दिया। वहीं, कुछ बैंक ऑफीसर अपनी शाखा पहुंचे जरूर, मगर कामकाज नहीं किया। नौरंगाबाद स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच पर कामकाज नहीं होगा का नोटिस चस्पा था। वेतन विसंगतियों से जुड़ी जटिलताओं को दूर करने, पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू होने आदि मांगों को लेकर जिले की 21 राष्ट्रीय कृत बैंकों की करीब 200 शाखाएं इस हड़ताल से प्रभावित रहीं। निजी बैंकों में कामकाज हुए। उत्तर प्रदेश बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के संयोजक वीके शर्मा ने कहा कि पिछले दो सालों में स्टेट बैंक में छह बैंकों का विलय किया गया। तब से अबतक 7000 शाखाओं को बंद कर दिया है। 3000 अफसर व कर्मचारियों को बीआरएस दे दिया है। खराब लोन वसूली का ठीकरा बैंकर्स के सिर फोड़ा जा रहा है, जबकि सरकार की नीतियों से औद्योगिक घरानों पर लाखों करोड़ रुपया बकाया है। बुधवार को सुबह 10:30 बजे एएमयू प्रांगण स्थित इलाहाबाद बैंक की ब्रांच पर एकत्रित होंगे। यहां से प्रदर्शनकारी जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट के लिए रवाना होंगे।
केनरा बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय को बंद कराने पहुंचे प्रदर्शनकारी
केनरा बैंक के कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की थी। सुबह बैंक के कर्मचारियों को जानकारी हुई कि सूतमिल जीटी रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय खुल रहा है, इसे बंद कराने प्रदर्शनकारी कर्मचारी पहुंचे। इसके बाद रेलवे रोड शाखा को भी बंद करा दिया।
एसबीआइ कर्मियों ने हड़ताल का किया बहिष्कार
इस बार एसबीआइ के अधिकारी व कर्मचारियों ने हड़ताल का बहिष्कार किया। जिले की सभी 40 शाखाओं में कामकाज हुआ। क्षेत्रीय कार्यालय स्वर्णजयंती नगर, घंटाघर स्थित मुख्य ब्रांच आदि में सामान्य दिनों की तरह कामकाज हुआ। एटीएम में भी पैसा निकाला गया।
बीमा कर्मियों ने दिया धरना, प्रदर्शन
अलीगढ़ : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों तथा स्वतंत्र फेडरेशनों की हड़ताल में बीमा कर्मियों की यूनियनों ने भी भाग लिया। अलीगढ़ डिवीजन इंश्योरेंस एंप्लाइज एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष सचिन जैन के नेतृत्व में मसूदाबाद स्थित मंडल कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। इस मौके पर पीएस सक्सेना, रामबाबू सिंह, राघवेंद्र व प्रेम सागर, सीएबी शाखा के विजय एम लाल, प्रमोद उपाध्याय, जाहिद कमाल आदि ने संबोधित किया।
डाक घरों में लटके ताले
डाक कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हुए। प्रधान डाकघर समेत ज्यादातर उप डाकघरों में ताले लटके रहे। इससे डाक सेवाएं पूरी तरह चरमरा गईं। प्रधान डाकघर पर संयुक्त संघर्ष समिति के संरक्षक जेसी शर्मा की अध्यक्षता, वीरेंद्र भान पचौरी, विकास शर्मा, केदारनाथ शर्मा, नागेंद्र पाल सिंह, दुर्गेश चौहान, नगेंद्र सिंह के नेतृत्व में धरना दिया गया। सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी हुई। कैलाश चंद्र वाष्र्णेय, भूपेश कुमार, नवीन चंद्र, चतुर्वेदी, मुकेश यादव, कुलदीप सिंह, जयपाल सिंह, गजेंद्र सिंह, सतेंद्र प्रताप सिंह, धीरेंद्र सिंह, करन पाल सिंह, प्रेम प्रकाश, मदन लाल शर्मा, रमेश यादव आदि हड़ताल में शामिल हुए।
आयकर कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
मैरिस रोड स्थित आयकर विभाग मुख्यालय पर आयकर कर्मचारी महासंघ से जुड़े कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। महासंघ के अध्यक्ष हरीश लाल व सचिव अतुल चौरसिया के नेतृत्व में धरना दिया गया। इसके चलते आयकर भवन के सेवा केंद्र पर काम नहीं हुआ। वरिष्ठ लेखाकार व लिपिक के चैंबरों में ताले जड़े रहे। संयुक्त सचिव गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया कि बुधवार को भी हड़ताल रहेगी। हड़ताल का समर्थन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मौ. शाहिद व सचिव मनोज शर्मा ने किया है। आयकर राजपत्रित अधिकारी संघ के पदाधिकारी सीएल पर चले गए हैं।
सीएमओ कार्यालय में हड़ताल विफल
सीएमओ दफ्तर में हड़ताल का कोई असर देखने को नहीं मिला। सुबह कुछ समय के लिए कर्मचारी परिसर में इकट्ठा हुए, फिर अपने-अपने कक्षों में जाकर काम में जुट गए। यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप चौहान के नेतृत्व में कुछ कर्मचारी जरूर विकास भवन में आयोजित धरना व सभा में शामिल होने पहुंचे।