पांच साल बाद अपनों के पास आई केदारनाथ आपदा में बिछुड़ी किशोरी
केदारनाथ आपदा में परिजनों से बिछुड़ी दिव्यांग लड़की शहर विधायक संजीव रा
अलीगढ़ (जेएनएन)। केदारनाथ आपदा में परिजनों से बिछुड़ी दिव्यांग लड़की शहर विधायक संजीव राजा के प्रयास से पांच साल बाद अपनों के बीच पहुंच गई। अब तक वह जम्मू के शेल्टर होम में रही थी। उसके पिता की अभी भी कोई खबर नहीं है। चाइल्ड लाइन की मदद से उसे दादा-दादी के सुपुर्द कर दिया गया।
बचाव दल को बेहोशी की हालत में मिली थी चंचल
केदारनाथ (उत्तराखंड) में 16 जून- 13 को बादल फटने से आई बाढ़ ने कई परिवार उजाड़ दिए थे, इनमें अलीगढ़ के भी कुछ थे। इन्हीं में से एक परिवार बन्नादेवी क्षेत्र के लोहिया नगर निवासी राजेश पुत्र हरीशचंद्र का था। राजेश अपनी पत्नी, बच्चों के साथ गाजियाबाद में बस गए थे। वहीं से पत्नी सीमा, बेटी चंचल, दुर्गेश व शिवानी के साथ केदारनाथ दर्शन करने गए थे।
बह गया था पूरा परिवार
प्राकृतिक आपदा में पूरा परिवार बह गया। बचाव दल को 12 वर्षीय चंचल बेहोशी की हालत में मिली। अब वह 17 साल की है। मानसिक रूप से कमजोर होने के साथ उसे कम दिखाई देता है। उसे जम्मू स्थित दिव्यांग बच्चियों के शेल्टर होम भेज दिया गया। उसकी मां व दो बहनें भी बच गईं। वे गाजियाबाद लौट आईं, लेकिन चंचल के सकुशल होने की खबर नहीं लगी। उड़ान सोसायटी की चाइल्ड लाइन के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि जम्मू की बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष शालिनी शर्मा ने चंचल से बात की तो उसने अलीगढ़ में परिजनों के बारे में बताया।
बाल कल्याण समिति ने किया था शहर विधायक से संपर्क
डेढ़ माह पहले शालिनी ने शहर विधायक संजीव राजा से संपर्क किया। विधायक ने इसकी सूचना उन्हें दी। तब उनकी टीम किशोरी के परिजनों की खोज में जुट गई। बन्नादेवी पुलिस की मदद से परिजन मिल गए। जम्मू पुलिस चंचल को लेकर अलीगढ़ पहुंची। जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद किशोरी को उसकी दादी शकुंतला देवी के सुपुर्द कर दिया गया। चाइल्ड लाइन की नैंसी वर्गीस, नदीम अहमद, निर्मल कुमारी का इसमें काफी सहयोग रहा।