मां को दफनाने के लिए खोदा गड्ढा, छत से फेंककर भागे Aligarh news
पड़ोसियों को भनक ना लगती तो उस मां का शायद कभी पता ही ना चलता। शोर मचा तो दोनों छत से ही मां को पड़ोसी के घर में फेंककर फरार हो गए।
अलीगढ़ [जेएनएन]। ये वो बदनसीब मां है, जिसको एक बेटे ने रुपयों की खातिर नशे में बुरी तरह पीटा तो दूसरा मकान के अंदर ही उसे दफन करने के लिए गड्ढा खोद रहा था। पड़ोसियों को भनक ना लगती तो उस मां का शायद कभी पता ही ना चलता। शोर मचा तो दोनों छत से ही मां को पड़ोसी के घर में फेंककर फरार हो गए। ये दर्दनाक घटना सोमवार रात लोधा के गांव ल्हौसरा में हुई। बुजुर्ग मां फिलहाल अस्पताल में भर्ती है।
मरा समझकर भागे
गांव ल्हौसरा विसावन की 70 वर्षीय शांति देवी के पति हरी सिंह की दो साल पहले मौत हो चुकी है। मां के नाम आठ बीघा जमीन थी, जो ट्रांसपोर्ट नगर में चली गई। इसके बदले 56 लाख रुपये मिले। शांति पर दो बेटे अजय उर्फ बिल्ली व चिंंटू हैं। चार बेटियां राजकुमारी, पिंकी, लज्जा व नीरू हैं। तीन बेटियों की शादी हो गई। इसके चलते मां ने 56 लाख रुपये के चार हिस्से किए। इनमें खुद शांति देवी, दोनों बेटे, छोटी बेटी नीरू शामिल थे। बाद में नीरू की भी पलवल शादी हो गई। बहन को हिस्सा देने के चलते बेटे मां के साथ मारपीट करने लगे। बेटों ने अपने हिस्से की रकम जुआ और शराब में उड़ा दी। इसके चलते मां अपनी बेटी ङ्क्षपकी व दामाद हुकुम सिंह निवासी खेडिय़ा खुर्द (टप्पल) के साथ रहने लगी। दो दिन पहले किसी काम से मां अपने बेटों के घर आई थी। तभी दोनों बेटे मां से पैसा लेना चाहते थे। सोमवार को पहले दिन में दोनों बेटों ने मारपीट की। बेटी नीरू व एक दामाद हुकुम सिंह जब सूचना पर गांव आए तो पूरी जानकारी गांव वालों से मिली। हुकुम सिंह का आरोप है कि शांति देवी के बड़े दामाद जगदीश भी साथ थे, जो दोनों को भड़काते थे। रात में दोनों बेटों व दामाद ने छत पर ले जाकर बुरी तरह पीटा। इसी बीच एक बेटे ने नीचे आकर मां को दफनाने के लिए गड्ढा खोद दिया। इसी बीच पड़ोसी जाग गए। इसके बाद दोनों ने मां को छत से पड़ोसी इंद्रपाल के घर फेंक दिया और मरा समझकर भाग गए। पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। शांति देवी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोधा एसओ ने बताया कि हुकुम सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है।