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लाकडाउन के खौफ से अलीगढ़ के गोदामों में भरने लगे चीनी, आटा-दाल

तेल रिफाइंड देशी घी व अन्य खाद्य वस्तुओं की खरीदारी बढ़ी मुनाफाखोरों ने बहाने से बढ़ा दिए खाद्य वस्तुओं के दाम।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 08:03 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 08:03 PM (IST)
लाकडाउन के खौफ से अलीगढ़ के गोदामों में भरने लगे चीनी, आटा-दाल
लाकडाउन के खौफ से अलीगढ़ के गोदामों में भरने लगे चीनी, आटा-दाल

जासं, अलीगढ़ : प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को थामने के लिए पुख्ता इंतजाम शुरू कर दिए हैं। लाकडाउन के खौफ से गुरुवार को थोक दाल मंडी महावीरगंज व कन्फेक्शनरी बाजार छिपैटी में फुटकर दुकानदारों की खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। चीनी, आटा, सूजी, मैदा, दाल-चावल, देशी घी, वनस्पति घी, रिफाइंड व अन्य खाद्य वस्तुओं की खरीदारी कर गोदामों में माल भर लिए हैं। कुछ मुनाफाखोरों ने दिल्ली व अन्य दूसरे राज्यों के थोक बाजार व मंडियों में लाकडाउन का बहाना बनाकर पांच से 10 फीसद तक वस्तुओं के दाम बढ़ा दिए हैं।

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सूत्रों के अनुसार पान मसाला व तंबाकू पर ओवर रेटिग का खेल शुरू हो गया है। जिला प्रशासन ने बांट-माप विज्ञान विभाग को ओवर रेटिग रोकने के निर्देश तो दिए, इस विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक मनोज कुमार ने कन्फेक्शनरी बाजार छिपैटी व अन्य थोक बाजार में हर रोज रेट लिस्ट टांगने के निर्देश दिए थे, मगर इस आदेश पर अधिकांश दुकानदारों ने अमल ही नहीं किया। कन्फेक्शनरी बाजार छिपैटी व्यापार मंडल के अध्यक्ष किशोर कुमार ने सभी सदस्यों से रेट लिस्ट दुकान व शोरूम के बाहर टांगने का अनुरोध भी किया, मगर ऐसा हुआ नहीं। कन्फेक्शनरी आयटमों पर कंपनी की एमआरपी की जगह दुकानदार खुद की तय कीमत का टैग लगाते हैं। इसमें मुनाफा खोरी भी जमकर होती है। ब्रांडेड स्थानीय पान मसाला के एक पैकेट पर 20 से 200 रुपया तक बढ़ाकर लिए जा रहे हैं। यह सब खेल डिस्ट्रीब्यूटर्स की सरपरस्ती में हो रहा है। बिना नाम छापने की शर्त पर एक फुटकर व्यापारी ने बताया है कि तंबाकू व पान मसाला की कमी दिखाकर रातों रात पैसे बढ़ा दिए गए हैं। वह इस बढ़ी कीमत को ग्राहकों से वसूलेंगे।

बांट माप विज्ञान विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक मनोज कुमार ने कहा कि बाजार में ओवर रेटिग नहीं होने दी जाएगी। एक टीम का गठन कर थोक कारोबारियों पर नजर रखी जाएगी।

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नई गाइड लाइन का पहला दिन था, इस लिए कुछ कारोबारियों ने भ्रम के चलते अपने प्रतिष्ठान खोल लिए थे। व्यापारी प्रशासन के साथ हैं। ओवर रेटिग की अफवाह है। कुछ वस्तुओं पर पैसा बढ़ गए हैं। उससे इन्कार नहीं किया जा सकता। बाजार में कालाबाजारी करने वालों के साथ व्यापार मंडल नहीं है।

विशाल भगत, महामंत्री, महावीरगंज खाद्यान व्यापार मंडल


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