Doctor Advice: होली पर ज्यादा न खाएं, वरना हो सकते हैं बीमारियां, ऐसे रखें अपना ध्यान
होली खेलते समय आप एहतियात बरतें और जहां तक हो सके रसायनिक रंगों का इस्तेमाल से बचें। वहीं व्यंजनों का लुत्फ लेने के दौरान भी ध्यान रखना जरूरी है। कोई भी ऐसी चीज ज्यादा न खाएं इससे सेहत पर असर पड़े। शालीनता का भी विशेष ध्यान रखें।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। बिना रंगों के होली अधूरी है, होली के दिन एक-दूसरे को रंग नहीं लगाया तो फिर होली बेरंग लगती है। इस दिन लोग पुराने गिले-शिकवे भुलाकर आपस में गले मिलते हैं। एक-दूसरे को रंग देने के साथ ही गुजिया खाते हैं और खिलाते है, लेकिन कई बार जरा सी लापरवाही त्योहार के रंग में भंग डाल देती है। होली पर मिलने वाले कई रंग आपकी त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचा सकते है। ऐसे में जरूरी है कि होली खेलते समय आप एहतियात बरतें और जहां तक हो सके रसायनिक रंगों का इस्तेमाल से बचें। वहीं, व्यंजनों का लुत्फ लेने के दौरान भी ध्यान रखना जरूरी है। कोई भी ऐसी चीज ज्यादा न खाएं, इससे सेहत पर असर पड़े। शालीनता का भी विशेष ध्यान रखें।
हादसे की आशंका
जिला अस्पताल के वरिष्ठ हड्ड़ी रोग विशेषज्ञ डा. प्रवीण गर्ग ने कहते हैं कि तमाम लोग होली के दिन शराब पीकर तेज वाहन चलाते हैं। इससे हादसे होने की आशंका रहती है। हर साल होली के बाद ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफा होता है। इसलिए शराब पीकर दुपहिया या अन्य वाहन न चलाएं। शराब न पीने वाले लोग भी त्योहार के दिन सावधानी से ही सड़क पर निकलें।
ज्यादा न खाएं
पेट एवं लिवर रोग विशेषज्ञ डा. अभिनव वर्मा ने बताया कि होली पर लोग जहां भी जाते हैं, कुछ न कुछ जरूर खा लेते हैं। खुले में रखी मिठाई आदि से संक्रमण हो सकता है। इसलिए ढके हुए व कम तेल वाले व्यंजन ही खाएं। ज्यादा तैलीय व्यंजनों को पचने में समस्या होती है। इससे गैस, एसिड व उल्टी-दस्त होने की आशंका रहती है। शुगर के मरीजों को मिठाई व तला-भुना खाने में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
खूब पानी पीएं
दीनदयाल अस्पताल के सीएमएस डा. अनुपम भास्कर ने बताया कि होली के बाद पेट रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। इसकी एक वजह ये है कि लोग जहां भी जाते हैं, कुछ न कुछ खा लेते हैं, लेकिन जल्दबाजी में पानी पीना भूल जाते हैं। इससे शरीर में डीहाइड्रेशन (पानी की कमी) हो जाता है। इसलिए दिन में पानी जरूर पीते रहें।
ये भी रखें ध्यान
- ज्यादा तला-भुना व मसालेदार खाना न खाएं।
- खोवा व मैदा से बनी गुजिया का कम सेवन करें।
- फल, ड्राई फ्रूट्स व जूस का अधिक सेवन करें।
-रंग व गुलाब लगाते समय शालीनता का ध्यान रखें।