Hello Doctor:खुजली से न हो परेशान, गर्मी में स्वच्छता का रखें ध्यान Aligarh News
उमस भरी गर्मी पसीना ही नहीं छुड़ा रही बीमारियां भी लेकर आई हैं। संक्रामक रोगों के अलावा इन दिनों दाद खाज खुजली एलर्जी व अन्य त्चचा संबंधी बीमारियों के मरीज भी बढ़े हुए हैं।
अलीगढ़ [जेएनएन]: उमस भरी गर्मी पसीना ही नहीं छुड़ा रही, बीमारियां भी लेकर आई हैं। संक्रामक रोगों के अलावा इन दिनों दाद, खाज, खुजली, एलर्जी व अन्य त्चचा संबंधी बीमारियों के मरीज भी बढ़े हुए हैं। ऐसे में साफ-सफाई के साथ उचित उपचार बहुत जरूरी है, अन्यथा परेशानी और बढ़ जाएगी। हां, मेडिकल स्टोर से क्रीम या लोशन खरीदकर इस्तेमाल आपको मुसीबत में डाल सकता है। यह कहना है स्किन केयर एंड कास्मेटिक सेंटर के संचालक डॉ. महेश वाष्र्णेय का। वह दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। पेश हैं कुछ चुनिंदा सवाल-जवाब।
पसीने से खुजली होती है। बहुत परेशान हूं। -समर्पित तिवारी, बरौली बाइपास।
चिकनाई रहित साबुन से दिन में तीन बार नहाएं। डॉक्टर की सलाह से दिन में एक बार एंटी एलर्जिक टेबलेट व दो बार लोशन का इस्तेमाल करें।
दर्जन व दाढ़ी के पास दाद हो गई है। बहुत खुजली है।- जितेंद्र शर्मा, अतरौली।
डॉक्टर की सलाह से हफ्ते में दो दिन ग्लूकोनाजॉल 400 एमजी की गोली व कोई क्रीम इस्तेमाल करें लाभ मिलेगा।
दाद से बहुत परेशान हूं। गर्मी में परेशानी बढ़ गई है।- बीना चौहान, संगम विहार।
दाद अब 12 महीने की समस्या बन चुकी है। सफाई का ध्यान रखें। कपड़े धोने के बाद स्त्री जरूर करें। नहाने के बाद बदन को ठीक तरह से पोछ लें। त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
छह वर्षीय बेटे के शरीर में बहुत फुंसी हो गई हैं। कोई उपचार बताएं।- सुरेश कुमार, आनन्द पुर।
बच्चे को गर्मी से बचाएं। शरीर चिपचिपा रहने से फुंसी हो जाती हैं। उसे एंटीबायोटिक दवा के साथ क्रीम भी लेनी होगी। डॉक्टर से संपर्क करें।
कुछ समय पूर्व पत्नी जल गई थी। जख्म तो ठीक हो गए, निशान रह गए हैं। -मयंक वाष्र्णेय, कनवरी गंज।
चिंता मत करिए। निशान जाने में थोड़ा वक्त लगेगा। निशान कम करने वाली लोशन व क्रीम भी आती हैं, विशेषज्ञ से मिले।
शरीर में बहुत खुजली रहती है। काफी दवा की, लाभ नहीं मिल रहा।-हुकम सिंह, अलीगढ़।
यह अर्टिकेरिया बीमारी है। एंटी एलर्जिक दवा के साथ कीड़े मारने की दवा का सेवन करें। डॉक्टर से मिलकर लोशन भी लिखवा लें।
सैनिटाइजर से भी नुकसान
कई पाठकों ने सैनिटाइजर से हाथ खुश्क हो जाने की शिकायत की। डॉ. वाष्र्णेय ने सभी को सैनिटाइजर कम इस्तेमाल करने व इस्तेमाल के बाद हाथों में कोई भी चिकनाई लगाएं।
इन्होंने भी लिया परामर्श
गोधा से सिद्धार्थ कुमार, प्रतिभा कॉलोनी से ब्रजेश्वरी, कुलदीप विहार से प्रियांक, रघुवीरपुरी से दीपा, रसीदपुर गभाना से श्रीपाल ङ्क्षसह, कटरा से गोपाल, एटा चुंगी से बीपी गौड़, हंसगढ़ी से राजशेखर सेंगर, जनकपुरी से प्रीति शर्मा, घुडिय़ाबाग से बीना वाष्र्णेय, स्वर्ण जयंती नगर से नंदिनी ङ्क्षसह व रीतू, सासनी गेट से शिप्रा शर्मा, इगलास से सुमित, शंकर विहार से कृष्ण कुमार, पटियाली से गगन, सुजानपुर से ऊषा, दादौ से अब्दुल कय्यूम आदि।