हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी का विवादित बयान, कहा अंग्रेजों का एजेंट था आरएसएस Aligarh news
कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन पर खूब सियासत हो रही है। यहां रविवार को किसान आंदोलन के समर्थन में निकाली गई पद यात्रा में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी व राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल ने विवादित बयान देकर सियासी माहौल में गरमाहट भर दी।
अलीगढ़, जेएनएन: कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन पर खूब सियासत हो रही है। यहां रविवार को किसान आंदोलन के समर्थन में निकाली गई पद यात्रा में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी व राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल ने विवादित बयान देकर सियासी माहौल में गरमाहट भर दी। बंसल ने कहा कि किसानों और आम नागरिकों का खून चूसने वाली भाजपा सरकार कांग्रेसियों या सरकार का विरोध करने वाले लोगों को देशद्रोही बताती है, जबकि भाजपा की पैतृक संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने स्वाधीनता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के खुफिया एजेंटों के रूप में काम किया था। यही नहीं, उन्होंने हा कि भाजपा से बड़ा राष्ट्रद्रोही कोई नहीं है।
किसान पंचायत में निकाली भड़ास
धनीपुर ब्लाक के गांव रोहिना सिंघपुर में बंसल के नेतृत्व में किसान पंचायत और पदयात्रा का आयोजन हुआ। बंसल ने भाजपा पर खूब भड़ास निकाली। पद यात्रा में काफी संख्या में कांग्रेसी व उनके समर्थक मौजूद रहे। कहा, मुझे आश्चर्य है कि ऐसे लोग कैसे राष्ट्रभक्त हो सकते हैं ? जो राष्ट्रीय धरोहरों व सार्वजानिक उपक्रमों को अपने चहेते उद्योगपतियों को बेच रहे हैं। ये लोग अपने आप को राष्ट्रवादी बताते हैं और ऐसी राजनीतिक शक्ति जिसके बल पर देश आज विश्व के अंदर इतनी बड़ी पहचान बनाए हुए है, को राष्ट्रद्रोही बताते हैं। जनता खुद भाजपा के इस सफेद झूठ को समझकर निर्णय करे कि कौन सच्चा राष्ट्रवादी है। बंसल ने आगे कहा कि जिस वक्त देश आजाद हुआ, उस वक्त देश में सुईं भी नहीं बनती थी। पूर्व प्रधानमत्री जवाहरलाल नहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी की दूरगामी सोच व उसके क्रियान्वयन के जज्बे की बदौलत भारत देश विकास के इस पायदान पर खड़ा है। अफसोस की बात है कि देश का किसान अपने हक के लिए कड़ाके की सर्दी में सड़क पर है। सरकार अपनी हठधर्मिता पर अडिग है। जब तक कृषि कानून को वापस लेने की घोषणा सरकार नहीं करती, किसानों के साथ कांग्रेस भी कंधे से कंधा मिलाकर लड़ती रहेगी।
संघ का पलटवार, कहा जवाहर लाल नेहरू तो अंग्रेजों के सबसे बड़े एजेंट
विवेक बंसल के बयान पर आरएसएस से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। विभाग प्रचार प्रमुख इंद्रहास चौहान ने कहा कि बंसल ये बताएं कि आजादी के बाद कितने क्रांतिकारी और उनके परिवार को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। तमाम क्रांतिकारियों के परिवार दर-दर भटके, मगर उनकी सुधि कांग्रेस ने कभी नहीं ली। सबसे बड़े अंग्रेजों के एजेंट पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे। अंग्रेज उन्हें सत्ता हस्तांतरण इस शर्त पर करके गए थे कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का पता लगने पर अंग्रेजों को सौंप देंगे। बंसल अच्छी तरह से आरएसएस के इतिहास को पढ़ लें, तब बात करें।
ये लोग रहे पदयात्रा में शामिल
जितेद्र सिंह पुंढीर, लालू शर्मा, अजब सिंह, सुरेंद्र सिंह, अशोक सिंह, राकेश, मिहीलाल, राजबहादुर, राजेंद्र सिंह, राजाराम, नत्थू सिंह, दिवाकर सक्सेना, कंचन सिंह, ऋषि कुमार, अरविंद कुमार, भजनलाल, बॉबी, असित पुंडीर, सुशील जादौन, अशोक वैस, मनीष वैस, अनिल राघव, धर्मेंद्र कुमार आदि ग्रामीण शामिल हुए।
पदयात्रा में कांग्रेसी
अखिलेश शर्मा, असलम कुरैशी, सोमवीर सिंह, शाहिद खान, अंकुर मित्तल, अनिल सिंह चौहान, आनंद बघेल, मुंतजिर आमिर, बिजेंद्र सिंह बघेल, प्रदीप रावत, हनी यादव, बिहारीलाल सैनी, उमेश अग्रवाल, सचिन शर्मा, अजय धनगर, पिंकू बघेल, मोहम्मद अशफ़ाक, मोहनलाल पप्पू आदि मौजूद रहे।