Disaster Management Authority: हर आपदा से सुरक्षा है बस तैयारी ही रक्षा है Aligarh News
इगलास कस्बा के श्री शिवदान सिंह इंटर कालेज में गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मुख्यमंत्री स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को आपदाओं से बचाव की जानकारी दी गई।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। इगलास कस्बा के श्री शिवदान सिंह इंटर कालेज में गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मुख्यमंत्री स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को आपदाओं से बचाव की जानकारी दी गई। बच्चों को बताया गया कि उनके आस-पास कई ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं जिनको आसानी से रोका जा सकता था। कोई भी व्यक्ति कभी भी किसी मुसीबत का शिकार हो सकता है। इसलिए कहा जाता है कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।
ऐसे करें आपदा का सामना
कार्यक्रम में प्रशिक्षक अशोक कुमार राघव ने छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण देते हुए बताया कि प्राकृतिक आपदाओं को रोकना बहुत ही कठिन माना जाता है। वे कहीं भी और कभी भी आ सकती हैं। घर में आ सकती हैं। घर के बाहर आ सकती हैं। घर या स्कूल से कहीं आते जाते आ सकती हैं। स्कूल के बाहर और भीतर आ सकती हैं। बाजार में आ सकती हैं। यात्रा करते समय आ सकती हैं। अचानक आनेवाली आपदाओं से वे लोग ही बच पाते हैं, जो सावधान रहते हैं। और आपदाओं को समझ कर उनसे बचने की पूरी तैयारी रखते हैं।
क्या है आपदा प्रबंधन
समय रहते ही किसी भी आपदा या खतरे से निपटने की योजना बनाना, उसका कई बार अभ्यास करना और आपदा आने से पूर्व बिना समय गंवाए लोगों को बचाना ही आपदा प्रबंधन है। आपदा प्रबंधन का लक्ष्य प्रभावित क्षेत्र के लोगों को आपदा से बचाने को तैयार करना होता है। आपदा प्रबंधन से आपदाओं से संभव गंभीर खतरों और नुकसान को कम से कम किया जा सकता है। कार्यक्रम में बाढ़, आग, भूकंप, आकाशीय बिजली गिरना, जैविक आपदाए, सर्पदंश, सूखा आदि की जानकारी देते हुए बचाव के उपाय बताए।
आपदा से घबराना नहीं चाहिए
शिक्षक ऋषेन्द्र सिंह ने कहा कि कभी भी आपदा से घबराना नहीं चाहिए। आपदा से जूझने का निरंतर अभ्यास किया जाना चाहिए, जिससे आपदा आने पर समय नष्ट किए बिना सुरक्षित बचा जा सके। शिक्षक कुलदीप सक्सेना ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कैलाश रत्न, राजकुमार, सूरजभान, मनोज यादव, ज्योति सिंह, ओमवीर सिंह, अजय शर्मा, लक्ष्मी नारायण, अवधेश कुमार आदि थे।