अलीगढ़ के खैर रोड पर गांव अंडला में 47 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा डिफेंस कॉरिडोर
केंद्र में मोदी सरकार के दोबारा आने से डिफेंस कॉरिडोर का सपना अब जल्द साकार होगा।
मनोज जादौन, अलीगढ़ । केंद्र में मोदी सरकार के दोबारा आने से डिफेंस कॉरिडोर का सपना अब जल्द साकार होगा। रक्षा मंत्रालय ने अलीगढ़ में कॉरिडोर का प्रदेश मुख्यालय बनाने का निर्णय लिया है। सेना को कुलपुर्जों के लिए विदेशों पर निर्भर न रहना पड़े। इसके लिए आगरा, झांसी, चित्रकूट, लखनऊ, कानपुर व अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर विकसित किए जाने हैैं। पहले चरण में झांसी, चित्रकूट व अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण होगा। अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर के लिए खैर रोड पर गांव अंडला में 47 हेक्टेयर भूमि का प्रशासन अधिग्रहण कर चुका है। इसे विकसित करने के लिए यूपीडा को 55 करोड़ रुपये मंजूर किए जा चुके हैैं।
रक्षा मंत्रालय के मुख्य तकनीकी सलाहकार ने मांगी ज्यादा जमीन
रक्षा मंत्रालय के मुख्य तकनीक सलाहकार राकेश त्रिवेदी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने डीएम चंद्रभूषण सिंह से मुुलाकात कर 47 हेक्टेयर भूमि को अपर्याप्त बताते हुए लैंड बैंक की मांग की। टीम के साथ एफआइएम (फेडरेशन ऑफ इनोवेटिव मैन्युफैक्चरर) के अध्यक्ष धनजीत वाड्रा व एग्जीक्यूटिव मेंबर मोहित गुप्ता भी थे। एफआइएम यहां सरकार व उद्यमियों के बीच कोऑर्डिनेटर का काम कर रहा है।
सेना के लिए नैनो टेक्नोलॉजी
सेना के लिए नैनो टेक्नोलॉजी के तहत भी काम होगा। रोबोटिक्स साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी का रिसर्च सेंटर भी स्थापित होगा। यहां इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस तैयार की जाएंगी। एफआरएम के अध्यक्ष धनजीत वाड्रा ने बताया कि जल्द डिफेंस कॉरिडोर के लिए काम शुरू होगा। नई सरकार के शपथ लेने के साथ ही इस महायोजना को मूर्त रूप देने के लिए सांसद सतीश गौतम भी सक्रिय होंगे। एग्जीक्यूटिव मेंबर मोहित गुप्ता ने बताया कि हम पिछले सप्ताह रक्षा मंत्रालय के अफसरों के साथ डीएम से मिले थे। इसमें कुछ और योजनाएं शामिल की गई हैैं। इसके लिए लैंड की जरूरत है।
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