अलीगढ़ में आज होगा तीनों बच्चियों पर फैसला, विस्तार से जानिए मामला
भीख मांगते हुए पकड़ी गई दिल्ली की पांचों बच्चियों में से दो पर बाल कल्याण समिति ने फैसला लेते हुए उन्हें उनकी मां के सुपुर्द कर दिया है। जबकि तीन अन्य बच्चियों के स्वजन के न पहुुंचने पर उनको लेकर कोई फैसला नहीं लिया जा सका है।
अलीगढ़, जेएनएन। क्वार्सी क्षेत्र में भीख मांगते हुए पकड़ी गई दिल्ली की पांचों बच्चियों में से दो पर बाल कल्याण समिति ने फैसला लेते हुए उन्हें उनकी मां के सुपुर्द कर दिया है। जबकि तीन अन्य बच्चियों के स्वजन के न पहुुंचने पर उनको लेकर कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। पता चला है कि स्वजन पानीपत में हैं और वहां से अलीगढ़ के लिए चल पड़े हैं । रविवार सुबह उनके आने पर बच्चियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जायेगा।
यह है मामला
युवा हिंदू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित पंडित को शुक्रवार को सांगवान सिटी के पास 14 से 16 साल की उम्र वाली पांच किशोरियां खुद को मुसीबत में बताते हुए मदद के नाम पर भीख मांगते हुए मिली। चूंकि पांचाें बच्चियां नाबालिग थीं इसलिए उन्होंने क्वार्सी पुलिस की मदद ली। पुलिस ने उन्हें चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया । शनिवार को बच्चियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया । जहां दो बच्चियों की मां व उसके स्वजन ने पहुंचकर अपने दस्तावेज प्रस्तुत किए । काउंसलिंग के बाद दोनों ही बच्चियों को उनके स्वजन को सौंप दिया गया। तीन सगी बहनों पर समिति स्वजन के मौजूद न होने पर कोई निर्णय नहीं ले सकी । चाइल्ड लाइन के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि भीख मांगते हुए मिली पांचों किशोरियां मूल रूप से दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके की रहने वाली हैं । लॉकडाउन से पूर्व स्वजन के साथ सिलाई-कढ़ाई व खिलौने बनाकर बेचकर गुजारा कर रहे थे । हालात बदलने सभी लोग अलीगढ़ आ गए थे । इनका परिवार शहर में दुबे के पड़ाव स्थित एक धर्मशाला में रह रहा है । उन्होंने बताया कि पांचों बच्चियों के स्वजन को बुलाया गया था । जिन दो बच्चियों को उनकी मां के सुपुर्द किया गया है वह शेष बची तीनों सगी बहनों की रिश्ते की बुआ है । महिला ने समिति के समक्ष तीनाें बच्चियों की सुपुर्दगी लेने की बात कही, लेकिन समिति में शामिल सदस्य मटरूमल, अजय सक्सेना, साधना गुप्ता व पदमा रानी ने बिना मां-बाप की मौजूदगी के सुपुर्दगी में देने से साफ इंकार कर दिया । श्री मिश्रा ने बताया कि तीनों बच्चियां चाइल्ड लाइन टीम की निगरानी में हैं । अभिभावकों के आने पर उन्हें बाल कल्याण समिति के सामने फिर से प्रस्तुत किया जायेगा ।