एएमयू में जनसंख्या वृद्घि पर हुई बहस, अपनाई जाए दो शिशु नीति
दैनिक जागरण युवा संसद का तीसरा दिन अत्यंत समन्वयक रहा। इस दौरान दो शिशु नीति को लागू करने की मांग जर्बदस्त तरीके से उठाई गई।
अलीगढ़ (जेएनएन)। दैनिक जागरण युवा संसद का तीसरा दिन अत्यंत समन्वयक रहा। प्रारंभ युवा सांसद सौम्या गोयल, मकबूल हुसैन द्वारा सिटी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की प्रस्तुति से हुआ। उन्होंने भोजन की बर्बादी, निस्तारण व इसे रोकने के उपायों पर प्रकाश डाला। श्वेता सिंह ने भी प्रस्तुति दी। इस दौरान दो शिशु नीति को लागू करने की मांग जर्बदस्त तरीके से उठाई गई।
ये भी उठे मुद्दे
एएमयू के स्ट्रेची हॉल में चल रहे यूथ पार्लियामेंट में सांसदों ने बचे हुए भोजन के प्रबंधन पर पांच दिवसीय सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की। संसद में जनसंख्या नियंत्रण व परिवार नियोजन युवा सांसद मुकुल शर्मा ने प्रस्तुत किया। सांसद युसुफ जमील मानव शक्ति के उपयोग पर नीति बनाने व दो शिशु नीति को लागू करने की मांग उठाई। संसद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि हम नागरिकों के प्रजनन के अधिकार को सीमित नहीं कर सकते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री आशीष कुमार सिंह ने मध्याह्न भोजन योजना में सुधार के लिए अनुदान में वृद्धि की मांग की। सांसद सलमान कासमी ने भी राय दी। टफहोप की टीम ने बजट तैयार करने व घोषणा की पूरी प्रणाली पर प्रकाश डाला।
प्रजनन शिक्षा पर जोर देना जरूरी
वली हैदर खान ने कहा कि स्कूलों में प्रजनन शिक्षा पर जोर देना होगा, ताकि परिवार नियोजन के लिए जागरूक हो सकें। मोहम्मद दानिश ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि समस्या नहीं है। मानव संसाधन के बेहतर इस्तेमाल पर भी काम हो।
शिशु नीति का किया समर्थन
सुमैया नोमानी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण समय की जरूरत है। दो शिशु नीति लागू करने का समर्थन करती हूं। फिजा खान ने कहा कि सत्र में मैैंने परिवार नियोजन के लिए विभिन्न प्रस्ताव रखे। सदन में बहुत कुछ सीखने को मिला। अनुराग शर्मा ने कहा कि दो शिशु नीति अपनाई जाए, जिससे बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण हो सके। देश का विकास बाधित न हो। आकाश तिवारी ने कहा कि दो शिशु नीति का समर्थन करता हूं। पहला शिशु व्यक्ति का अपना व दूसरा गोद लिया होना चाहिए।