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अलीगढ़ में नलकूप की कुंडी में डूबने से व्यक्ति की मौत

जासं अलीगढ़ दादों क्षेत्र के गांव खिरीरी मस्तीपुर निवासी 48 वर्षीय नेकसेलाल पुत्र रामस्वरूप सिंह

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 01:09 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 01:09 AM (IST)
अलीगढ़ में नलकूप की कुंडी में डूबने से व्यक्ति की मौत
अलीगढ़ में नलकूप की कुंडी में डूबने से व्यक्ति की मौत

जासं, अलीगढ़: दादों क्षेत्र के गांव खिरीरी मस्तीपुर निवासी 48 वर्षीय नेकसेलाल पुत्र रामस्वरूप सिंह का शव गांव के बाहर पूर्व प्रधान अमर सिंह यादव के नलकूप की कुंडी में देर शाम को मिला।

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जानकारी के अनुसार नेकसेलाल शराब पीने के आदी थे। कस्बा छर्रा स्थित एक हार्डवेयर की दुकान पर मजदूरी करते थे। रविवार को दुकान से अपने गांव आए, लेकिन घर पर नहीं पहुंचे थे। सोमवार की देर शाम गांव के एक किसान की नजर नलकूप की कुंडी पर गई और शव की पहचान करने के बाद स्वजनों को सूचना दी। सूचना पर स्वजनों के अलावा ग्रामीण पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अलीगढ़ पीएम के लिए भेजा। मंगलवार को पीएम के बाद शव का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।

नेकसेलाल तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। बड़े भाई वीरी सिंह विवाहित हैं, जबकि मृतक व छोटा भाई लटूरी सिंह अविवाहित हैं। स्वजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। थानाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह भदौरिया ने बताया कि मृतक शराब पीने का आदी था। नलकूप पर पहले अपने कपड़े धोए और नशे के चलते कुंडी में गिरकर मौत हुई है। पीएम रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।

वहीं दूसरी ओर जट्टारी में सोमवार की रात कस्बा क्षेत्र के गांव बीधागढ़ी में अवैध रूप से शराब बेचने की मुखबिर की सूचना कस्बा चौकी को मिली थी। अवैध शराब बरामद करने और उसे बेचने वाले युवक को पकड़ने गई कस्बा चौकी पुलिस को महिला एवं ग्राम वासियों ने युवक को छुड़ाकर बैरंग लौटा दिया। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणों में तीखी नौक-झोंक हुई। पुलिस ने मौके से अवैध शराब बेचने वाले आरोपित को पकड़ लिया। सहायक चौकी प्रभारी गाड़ी में बैठा कर ला रहे थे तभी ग्रामीण व महिलाओं ने आरोपित को साथ ले जाने का विरोध किया और गाड़ी के सामने खड़े हो गए। पुलिस व ग्रामीण महिलाओं में धक्का-मुक्की व नोकझोंक भी हुई। इसके बाद ग्राम वासियों ने आरोपित को पुलिस के चंगुल से छुड़ा लिया। पुलिस को खाली हाथ बैरंग लौटना पड़ा। क्योंकि पुलिस बल के साथ महिला पुलिसकर्मी कोई नहीं थीं। एसओ टप्पल देवेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपित को नहीं दबोचा जा सका। महिलाओं ने पुलिस का विरोध किया था, लेकिन कोई धक्का-मुक्की नहीं हुई है।


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