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नकली तारकोल फैक्ट्री पकड़ी, आठ के खिलाफ रिपोर्ट

इगलास क्षेत्र के मोहकमपुर में ग्राम प्रधान की फैक्ट्री में नकली तारकोल फैक्ट्री पकड़ी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 May 2018 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 17 May 2018 08:00 AM (IST)
नकली तारकोल फैक्ट्री पकड़ी, आठ के खिलाफ रिपोर्ट
नकली तारकोल फैक्ट्री पकड़ी, आठ के खिलाफ रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : इगलास क्षेत्र के मोहकमपुर में ग्राम प्रधान की फैक्ट्री में नकली तारकोल बनाने का भंडाफोड़ हुआ है। यहां दो ट्रक नकली तारकोल मिला है। जिला पूर्ति विभाग की टीम ने फैक्ट्री सील कर दी है। पीडब्ल्यूडी के बरेली परिक्षेत्र के दस्तावेज मिलने के बाद वहां के अधिशासी अभियंता समेत आठ के खिलाफ एफआइआर कराई गई है।

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डीएम को सूचना मिली थी कि इगलास क्षेत्र के गांव मोहकमपुर में निर्भय पेट्रो केमिकल में नकली तारकोल बनता है। यह फैक्ट्री ग्राम प्रधान बब्लू सिंह ही चलाता है। बब्लू की बीवी नीरज सिंह वार्ड संख्या 30 की जिला पंचायत सदस्य है। डीएम के निर्देश पर मंगलवार रात 10 बजे डीएसओ नीरज सिंह ने छापा मारा। फैक्ट्री के बाहर टैंकर (आर 74-2578) खड़ा पाया। टैंकर चालक नेपाल सिंह निवासी बिरहैना मांट मथुरा व परिचालक प्रेम सिंह निवासी नगला अर्जुन (मथुरा) को हिरासत में ले लिया। गेट खोलने को कहते ही अंदर भगदड़ मच गई। टीम जब तक अंदर पहुंच पाती, सारे लोग फरार हो चुके थे। यहां दो टैंक, एक भट्ठी, जनरेटर व एक ड्रम में दो 200 लीटर केरोसिन मिला। भट्टी के बगल ही लोहे की सीढि़यां थीं। ऊपर गए तो कमरे में 87 बोरी सफेद पाउडर रखा था। इसी से नकली तारकोल बनता था। यहां दो टैंकर तारकोल जब्त किया गया। केरोसिन को स्थानीय कोटेदार के सुपुर्द किया गया है। तारकोल भरे टैंकर इगलास थाने लाए गए। दूसरे टैंकर (यूपी 85-यू 9704) से दो लिफाफे मिले, जिनमें अधिशासी अभियंता निर्माण खंड भवन लोक निर्माण विभाग बरेली व ईईसीडी पीडब्ल्यूडी बरेली लिखा था। पूर्ति निरीक्षक प्रमोद कुमार ने इगलास कोतवाली में टैंकर संख्या-74-2578 के स्वामी (अज्ञात), चालक नेपाल, परिचालक प्रेम व टैंक संख्या के 85-9704 के स्वामी, चालक व परिचालक (अज्ञात), फैक्ट्री स्वामी बब्लू सिंह के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम रिपोर्ट लिखाई है। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता के विरुद्ध आइपीसी की धारा 120-बी व अन्य धाराओं में मुकदमा लिखा गया है।

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इनसर्ट ही

एक से बनाते थे तीन टैंकर तारकोल

एक टैंकर तारकोल से पाउडर मिलाकर तीन टैंकर तारकोल बनाया जाता था। एक टैंकर का मूल्य छह लाख है। यह 18 लाख का हो जाता था। मिलावट का तारकोल खरीदने वाले ठेकेदार भी सारे खेल से वाकिफ हैं। टेंडर दिखाने पर ही मिलता है तारकोल

मथुरा रिफाइनरी से टेंडर दिखाने पर ही तारकोल मिलता है। यहां जो खेल चल रहा था, उसमें किसी स्थानीय टेंडर कंपनी का भी खेल हो सकता है। इसकी जांच हो रही है।

इनका कहना है टीम को दो टैंकर नकली तारकोल मिला है। पीडब्लयूडी से जुड़े दस्तावेज मिलने से अधिशासी अभियंता की भूमिका संदिग्ध है। उनके, फैक्ट्री मालिक समेत आठ के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई गई है।

चंद्रभूषण सिंह, डीएम

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