Dainik Jagran Career Path Way Seminar: छात्रों की उम्मीदों को मिले पंख, अब कामयाबी की उड़ान Aligarh News
एसआरएम (श्री राम मेमोरियल) यूनिवर्सिटी व दैनिक जागरण की ओर से कराए गए कॅरियर पाथ वे सेमिनार में विद्यार्थियों की ऐसी ही उम्मीदों के पंखों को मजबूती मिली।
अलीगढ़ [जेएनएन]: पढ़ाई हो या कॅरियर उत्कृष्टता के शिखर पर रहने का सपना सभी देखते हैं। मगर सफलता के फलख पर वही चमकते हैं, जिनको सही दिशा व उम्मीदों को मजबूत पंख मिल जाते हैं। इसके बाद शुरू होती है कामयाबी की उड़ान। किशनपुर तिराहा स्थित सौभाग्य मंडप में बुधवार को एसआरएम (श्री राम मेमोरियल) यूनिवर्सिटी व दैनिक जागरण की ओर से कराए गए कॅरियर पाथ वे सेमिनार में विद्यार्थियों की ऐसी ही उम्मीदों के पंखों को मजबूती मिली। विशेषज्ञों ने मजबूती भी ऐसी दी कि, विद्यार्थियों ने सफलता की उड़ान भरने की ठान ली। विद्यार्थियों को सिर्फ कॅरियर चुनने की राह ही नहीं मिली बल्कि सेमिनार में शामिल हुए 11वीं व 12वीं के हजारों छात्र-छात्राओं को परीक्षा में बेहतर व आसान तरीके से तैयारी करने के टिप्स भी विशेषज्ञों ने दिए। दो दिन चलने वाले इस सेमिनार के पहले दिन मुख्य अतिथि एसवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पंकज कुमार वाष्र्णेय, विशिष्ट अतिथि नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शीलेंद्र यादव, दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी अवधेश माहेश्वरी, यूनिट हेड नीतेश झा ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ कराया। संपादकीय प्रभारी व यूनिट मैनेजर ने अतिथियों व अतिथि वक्ताओं को पौधे भेंटकर सम्मानित किया।
स्टूडेंट को दिए टिप्स
लखनऊ से आए मॉडरेटर तुषार चेतवानी ने विद्यार्थियों को मेमोरी बढ़ाने, कंसन्ट्रेट करने व फोकस करने जैसे महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। एसआरएम गाजियाबाद कैंपस की एसोसिएट प्रो. डॉ. नमिता गुप्ता ने संस्थान की सुविधाओं व उसमें प्रवेश की औपचारिकताओं के बारे में भी बताया। विद्यार्थियों ने भी कॅरियर चुनने में आने वाली समस्याओं के संबंध में सवाल किए। विद्यार्थियों के सवालों का संतोषजनक जवाब अतिथि वक्ताओं ने दिया। गुरुवार को भी सुबह 10 बजे से 11:30 बजे तक और 11:30 बजे से दोपहर एक बजे तक दो पालियों में एसआरएम कॅरियर पाथ वे सेमिनार आयोजित की जाएगी।
जीवन के दो वर्ष देते हैं दिशा
मुख्य अतिथि डॉ. पंकज कुमार वाष्र्णेय ने कहा कि, विद्यार्थियों के दो वर्ष यानी 11वीं और 12वीं जीवन की दिशा व दशा बदलने में महत्वपूर्ण होते हैं। इन्हीं दो वर्षों में तय होता है कि आपको कहां जाना है? दैनिक जागरण ने 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों की कॅरियर काउंसिलिंग कराने का सराहनीय कार्य किया है। कहा, स्मार्टफोन सुविधा के लिए है उसको आदत न बनाएं। 30 मिनट तक अखबार जरूर पढ़ें। इससे करंट अफेयर्स की तैयारी होती है।
किसी के कहने से नहीं, खुद चुनें कॅरियर
विशिष्ट अतिथि शीलेंद्र यादव ने कहा कि, विद्यार्थी किसी रिश्तेदार या अन्य के कहने पर अपना कॅरियर चुनने का फैसला न करें। क्या बनना है? ये उनका खुद का फैसला होना चाहिए। अभिभावक आपको पढ़ाई के लिए रुपये दे सकते हैं। शिक्षक मार्गदर्शन कर सकते हैं, पढ़ा सकते हैं। मगर क्या करना है? इसका फैसला खुद करना होगा। प्रतियोगी परीक्षा से पहले खुद को इसलिए तैयार करें कि, क्या करना है? शॉर्टकट के फेर में न पड़ें। मॉडल पेपर खरीदकर उन पर निर्भर रहकर परीक्षा पास तो कर सकते हैं लेकिन मेरिट या टॉपर लिस्ट में कभी नहीं आ सकते।
मॉडरेटर चेतवानी ने बढ़ाया आत्मविश्वास
लखनऊ से आए मॉडरेटर तुषार चेतवानी ने छात्र-छात्राओं को चीजों को समझने व याद रखने के नए व सटीक तरीके बताए। प्रोजेक्टर पर लिखी 15 चीजों व व्यक्तियों के नाम याद करने को बोले तो विद्यार्थियों ने इन्कार कर दिया। मगर इन्हीं नामों को पिक्चर के जरिये दिखाकर 10 सेकेंड में याद करा दिया। यह ट्रिक विद्यार्थियों को खूब पसंद आई।
फोकस के पांच मंत्र
चेतवानी ने बताया कि, फोकस में पांच शब्द होते हैं। एफ, ओ, सी, यू और एस। इनमें एफ से फॉलो, ओ से वन, सी से कोर्स, यू से अनटिल और एस से सक्सेसफुल। फॉलो वन कोर्स अनटिल सक्सेफुल यानी जब तक सफलता न मिल जाए तब तक उसी को फॉलो करना चाहिए।
एसआरएम की बताईं उपलब्ध्यिां
एसआरएम गाजियाबाद कैंपस की एसोसिएट प्रो. डॉ. नमिता गुप्ता ने एसआरएम यूनिवर्सिटी की खूबियां व उपलब्धियां विद्यार्थियों के साथ साझा की। बताया कि, एसआरएम से जुडऩे के लिए संस्थान के लिंक पर आवेदन करना होता है। करीब 5000 फैकेल्टी मेंबर व पांच लाख से ज्यादा हार्ड कॉपी व डिजिटल स्वरूप में किताबें हैं। एसआरएम को नैक से फाइव स्टार रेटिंग दी गई है। यहां नौकरी के साथ अपना खुद का काम शुरू करने के योग्य भी बनाया जाता है।
समय प्रबंधन नहीं तो सफलता नहीं
एसआरएम सोनीपत कैंपस से आए तेजवीर सिंह ने विद्यार्थियों को 11वीं व 12वीं में उत्कृष्ट सफलता पाने के टिप्स दिए। कहा कि, अगर परिणाम बदलने हों तो अपने मैथेड यानी तरीके को बदलें। मैथेड इज द मदर ऑफ मेमोरी।
स्टूडेंटस बोले, थैंक्स दैनिक जागरण
ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल की वनीषा का कहना है कि बढिय़ा कार्यक्रम है, ऐसे कार्यक्रमों से काफी सीखने को मिलता है। कॅरियर चुनने में समस्याएं आती ही हैं, मगर इस तरह गाइडेंस से चीजें आसान लगती हैं। थैंक्स दैनिक जागरण। चिरंजीलाल कन्या इंटर कॉलेज की रजनीश का कहना है कि इस कार्यक्रम में आकर काफी प्रेरणा मिली है। माध्यमिक के बच्चों को ऐसे कार्यक्रमों की बहुत जरूरत है। ये समय-समय पर होते रहना चाहिए। सीखने को मिलता है।
लकी ड्रॉ के विजेता
पहले सेशन में एसएमबी इंटर कॉलज के अनमोल, नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज के विकास, सुधांशु वाष्र्णेय, चिरंजीलाल कन्या इंटर कॉलेज की शिवानी सक्सेना, ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल के आयुष कुमार लकी ड्रॉ विजेता रहे। दूसरे सेशन में टीआर कॉलेज की बबिता कुमारी, ज्योति कुमारी, दीप्ति राजपूत, हीरालाल बारहसैनी इंटर कॉलेज के शोभित व अमन प्रताप सिंह लकी ड्रॉ विजेता रहे।