मंडी की छत पर चढ़ा, मंद-मंद मुस्काय, ढाई आखर प्याज का, सबको रहा रुलाय Aligarh news
मंडी की छत पर चढ़ा मंद-मंद मुस्काय। ढाई आखर प्याज का सबको रहा रुलाय। अरुण निगम की ये रचना प्याज के मौजूदा हालत से वाफिक कराती है।
अलीगढ़ [जेएनएन] 'मंडी की छत पर चढ़ा, मंद-मंद मुस्काय। ढाई आखर प्याज का, सबको रहा रुलाय। अरुण निगम की ये रचना प्याज के मौजूदा हालत से वाफिक कराती है। सलाद के सरताज प्याज की सुर्ख रंगत को महंगाई ने हल्का जो कर दिया है। थोक मंडी में आवक गिरने से प्याज की कीमतों में जबर्दस्त उछाल है। ग्राहक अब किलो नहीं, बल्कि गांठ के हिसाब से प्याज खरीदने लगे हैं। सौ ग्राम वजनी प्याज की एक गांठ दस से बारह रुपये की पड़ रही है। उधर, लहसुन भी गर्मी खा रहा है। इसकी कीमत 300 रुपये किलो है।
सबको रुला रही, हाय रे महंगाई ग्राहक ने प्याज की एक गांठ ही तुलवाई
भोजन की थाली में प्याज का अपना ही महत्व है। मसालों के साथ मिलकर यह भोजन का स्वाद बढ़ाता है। पकौड़ी के साथ सब्जियों में भी इसका बहुतायत में प्रयोग होता है। झोपड़ी से लेकर कोठी और ढाबों से लेकर फाइव स्टार होटल तक प्याज की धमक है। प्याज इन दिनों 130 रुपये किलो तक पहुंच गया है, जो हफ्ते भर पहले 80 रुपये किलो था। धनीपुर मंडी से बाजार पहुंचने तक प्याज न केवल महंगा पड़ रहा है बल्कि क्वालिटी भी गिर रही है। जयगंज सब्जी मंडी में सोमवार को सब्जी खरीदने पहुंचे एक ग्राहक ने प्याज की एक गांठ ही तुलवाई। इसका वजन 160 ग्राम था।
एक गांठ 11 से 12 रुपये कैसे करेंं गुजारा
प्याज की कीमत और वजन के हिसाब से एक गांठ 11 से 12 रुपये की पड़ी। पड़ाव दुबे पर सब्जी की दुकान से 100 ग्राम प्याज में तीन छोटी-छोटी गांठ चढ़ीं। इसकी कीमत दस रुपये थी। इस लिहाज से वहां प्याज सौ रुपये किलो बिक रहा है। सब्जी विक्रेता रामबाबू बताते हैं खरीदने से ज्यादा लोग प्याज का भाव पूछ रहे हैं। रामघाट रोड पर प्याज 120 रुपये किलो पहुंच गया है। यहां एक ग्राहक को 100 ग्राम प्याज में दो गांठ ही हाथ लगीं, जिसकी कीमत 12 रुपये थी। दुकानदार रियाज अहमद ने बताया कि प्याज की बिक्री में 70 फीसद तक कमी आई है। महावीरगंज में प्याज 110 रुपये किलो है। सब्जी विक्रेता अशोक ने बताया कि ग्राहक किलो के बजाए पाव भर या 100 ग्राम प्याज खरीद रहे हैं। जमालपुर में प्याज का भाव 100 रुपये किलो हाथरस अड्डे के समान है।
लहसुन के दाम स्थिर
सर्दियों में लहसुन का उपयोग भोजन के अलावा दवा के रूप में भी होता है। इसकी कीमत 100 रुपये किलो थी। पिछले डेढ़-दो माह से लहसुन 300 रुपये किलो बिक रहा है।
मंडी में आवक कम
धनीपुर मंडी में प्याज की आवक कम है। 100 का आंकड़ा पार कर चुके प्याज की बिक्री घटी, पंकज अग्रवाल बताते हैं कि प्याज इंदौर, नासिक आदि स्थानों से आयात होता है। बारिश के चलते गढ़ाई नहीं हो सकी। इसीलिए आवक नहीं हो पा रही। मंडी में प्याज की कीमत 80 से 90 रुपये किलो है।
बाजार में सब्जियों की कीमत
सब्जी, जयगंज, पड़ाव दुबे, रामघाट रोड, महावीरगंज
प्याज, 100, 100, 120, 110
लहसुन, 300, 300, 300, 290
आलू, 25, 30, 30, 25
गाजर, 40, 40, 45, 40
टमाटर, 30, 35, 35, 30
मैथी, 60, 60, 65, 55
भिंडी, 80, 85, 85, 80
शिमला मिर्च, 80, 85, 85, 75
मटर, 40, 45, 45, 40
(रेट रुपये प्रति किलोग्राम)
क्या कहती है गृहणियां
गजाला बेगम का कहना है कि प्याज के लगातार दाम बढऩे से थाली का स्वाद खराब हो गया है। हर हफ्ते सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं। जमाखोरी पर लगाम लगनी चाहिए। वहीं सराय बीवी मेें शमीम बेगम ने कहा बीना प्याज के सब्जी में स्वाद ही नहीं आता। मजबूरी में महंगा प्याज लेना पड़ रहा है। पहले तीन-चार किलो प्याज लेते थे, लेकिन अब आधा किलो में काम चला रहे हैं।
सरकार काेे मंगाई पर ध्यान देना होगा
आवास विकास लक्ष्मण सिंह बुजुर्गों की सुनी तो लगा सरकार काेे मंगाई पर ध्यान देना होगा और बढ़ती हुई कीमतों को रोकना होगा। जिससे घर को चलाने में आ रही दिक्कताेेंं को दूर किया जा सके मगर अब तो प्याज की कीमत बड़े कारोबारी तय करते हैं। पहले ऐसा नहीं था। पांच-छह गांठ तो ऐसे ही हम पड़ोसियों को दे देते थे। अब इसकी मोटी कीमत चुकानी पड़ रही है। इससे आम आदमी को रसोई खरीदारी करनेे में दिक्कत हो रही। लक्ष्मण सिंह बुजुर्गों के साथ दूसरे बुजुर्गों बोलेे अब वो जमाना नहीं रहा, जब घेर में ही सब्जी उगा लेते थे, जो शुद्ध भी होती थी। अब तो सब्जी खरीदने बाजार जाना पड़ता है और मंहगाई भी सर चढ़ कर बोल रही मुह मागे पैसे देने पड़ते है सबजी महंगी होने के साथ वो गुणवक्ता भी नहीं है।
निकाल रहे उपभोक्ताओं के आंसू
प्याज के भाव उपभोक्ताओं के आंसू निकाल रहे हैं। इसकी कीमतों को काबू में करने की मांग को लेकर युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता प्याज की माला डालकर कलक्ट्रेट पहुंचे। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। महानगर अध्यक्ष आनंद बघेल के नेतृत्व में कार्यकर्ता मैरिस रोड पर एकत्रित हुए। यहां से मार्च करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। ब्रजेश शर्मा ने कहा कि ईद निकट है, प्याज के भाव आसमां पर है। एसीएम को ज्ञापन दिया। बृजेश शर्मा,अजय धनगर,राजेश आर्य,साजिद बेग, पिंकू बघेल, रजत केला,हासिम खान, निर्मल चौहान, गोविंद सिंह बघेल, मनोज शर्मा, जितेंद्र यादव,सनी प्रजापति, प्रवीन बघेल आदि मौजूद थे।