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दीनदयाल में लगी अदालत, न्यायिक अभिरक्षा में ही हत्यारोपित का इलाज, ये है मामला Aligarh News

बाइक लूट की कोशिश में नाकाम होने पर टिर्री चालक की गोली मारकर हत्या करने के आरोपित को छुïट्टी न मिलने पर दीनदयाल अस्पताल में ही मंगलवार को अदालत लगाई गई।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 10:19 AM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 10:19 AM (IST)
दीनदयाल में लगी अदालत, न्यायिक अभिरक्षा में ही हत्यारोपित का इलाज, ये है मामला Aligarh News
दीनदयाल में लगी अदालत, न्यायिक अभिरक्षा में ही हत्यारोपित का इलाज, ये है मामला Aligarh News

अलीगढ़ (जेएनएन)।  बाइक लूट की कोशिश में नाकाम होने पर टिर्री चालक की गोली मारकर हत्या करने के आरोपित को छुïट्टी न मिलने पर दीनदयाल अस्पताल में ही मंगलवार को अदालत लगाई गई। आरोपित को मजिस्टे्रट के सामने पेश कर बयान कराए गए। कोर्ट के आदेश पर आरोपित 23 नवंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में रहेगा।

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आरोपित को नहीं मिली थी छुट्टी

क्वार्सी क्षेत्र के श्रीनगर में सोमवार शाम साढ़े पांच बजे गोली चलाने के बाद भीड़ ने आरोपित गुड्डू को दबोच लिया था। उसकी जमकर पिटाई की। पुलिस ने उसे दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उसका सीटीस्कैन कराया गया। मंगलवार को डॉक्टरों ने आरोपित की हालत को देखते हुए छुïट्टी देने से मना कर दिया। 24 घंटे के अंदर आरोपित को कोर्ट में पेश करना था, इसलिए तो सीजेएम ने एसीजेएम को अस्पताल भेज दिया। अस्पताल में एसीजेएम के सामने आरोपित को पेश किया गया। बतौर विवेचक क्वार्सी इंस्पेक्टर विनोद कुमार मौजूद रहे। कोर्ट ने आरोपित को 23 नवंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में रखने का आदेश दिया।

मालिक का तमंचा बताया

आरोपित ने बचने के लिए पुलिस को कहानी सुनाई। बताया, क्यामपुर मोड़ स्थित ट्रैक्टर एजेंसी में वह काम करता हैं। रात में आता-जाता है। एजेंसी मालिक ने उसे तमंचा दे रखा है।

पत्नी से रहता है अलग

गुड्डू के दो बड़े भाई हैं, जो राजमिस्त्री हैं। वह मूलरूप से जवां क्षेत्र का रहने वाला है। पत्नी से विवाद के बाद अलीगढ़ में महुआखेड़ा में अलग रहता है। घर वालों ने बेदखल कर रखा है। आरोपित ने मजिस्ट्रेट के सामने बताया कि नशे में उसने बाइक मांगने की कोशिश की। शोर मचा तो बचने के लिए भाग रहा था, तभी गोली चल गई।

गलियों से होकर श्मशान तक ले गए शव

मंगलवार को शिशुपाल के घर में कोहराम मचा था। पोस्टमार्टम के बाद शव घर ले जाया गया। पत्नी आशा छाती पीटकर रो रही थीं। दो बेटे व दो बेटियां बेसुध थे। पुलिस मंगलवार सुबह ही इलाके में तैनात थी, ताकि हंगामे की स्थिति पैदा न हो। शव को एंबुलेंस में गलियों से होकर किशनपुर श्मशान गृह ले जाया गया। एंबुलेंस में भी पुलिस रही। यहां सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया।

क्या है मामला

क्वार्सी क्षेत्र के श्रीनगर में सोमवार शाम आरोपित गुड्डू ने बाइक लूटने की नीयत से वहां खड़े हरीश से तमंचा के बल पर चाबी मांगी थी। हरीश ने चाबी नाले में फेंककर शोर मचा दिया और पीछे भागने लगे। आरोपित गली नंबर चार में घुस गया। कई लोगों पर तमंचा ताना। तभी सामने आए टिर्री चालक शिशुपाल को गोली मार दी।

दिनदहाड़े लूट की कोशिश न होती तो बच जाती जान

सोमवार शाम 5:22 बजे सड़क किनारे बनी पुलिया पर बाइक लूट की कोशिश कई सवाल खड़े कर रही है। कुछ ही दूर क्यामपुर मोड़ पर हर वक्त पुलिस रहती है। फिर भी आरोपित के हौसले इतने बुलंद कैसे हो गए कि तमंचा तानकर बाइक छीन लेता? अगर लूट की कोशिश न होती तो शिशुपाल की जान बच जाती। इसके दो मिनट बाद आरोपित श्रीनगर की गली नंबर चार में घुसा, तब तक पुलिस को सूचना दी जा चुकी थी। 05:30 बजे आरोपित ने गोली चला दी। छह मिनट के तांडव में लोग आरोपित के सामने हाथ जोड़ते रहे। कुछ ने दरवाजा बंद कर लिया। अगर लोग छत से पथराव ही कर दिया जाता तो शिशुपाल बच जाती। पुलिस तब पहुंची, जब लोग उसे दबोचकर पीट रहे थे। भीड़ इस कदर गुस्सा में थी कि पुलिस न पहुंचती तो आरोपित को मार देती।


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