Coronavirus Lockdown 4 News: दिल्ली से आए युवक के शव को लेकर हंगामा Hathras News
गांव प्रताप का एक दंपती गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में रहता था। मंगलवार को चालीस वर्षीय पति की तबीयत खराब होने पर उसे उपचार के लिए दिल्ली लेकर जा रही थीा।
हाथरस[जेएनएन]: गांव प्रताप का एक दंपती गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में रहता था। मंगलवार को चालीस वर्षीय पति की तबीयत खराब होने पर उसे उपचार के लिए दिल्ली लेकर जा रही थी, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। कोरेाना से मौत की अफवाह और देर रात गांव में शव आने पर बखेड़ा हो गया। ग्रामीणों ने शव को लेकर विरोध किया। अधिकारियों ने समझा बुझाकर मृतक का अंतिम संस्कार कराया।
यह है मामला
गांव प्रताप निवासी युवक की शादी छह माह पूर्व मीना के साथ हुई थी। पति-पत्नी गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में किराए के मकान में रहते थे। महिला की कॉस्मेटिक के सामान की दुकान थी। मंगलवार को उसके पति के सीने में तेज दर्द हुआ तो पत्नी उसे दिल्ली के एक अस्पताल में लेकर जा रही थी और उसकी मौत हो गई। मृत युवक के पत्नी बुधवार तड़के एंबुलेंस से शव लेकर गांव प्रताप में पहुंची, लेकिन ग्रामीणों ने शव को गांव के अंदर नहीं आने दिया। सुबह कोतवाली हाथरस गेट पुलिस पहुंच गई।
महिला ने दी थी कोरोना से मौत की जानकारी
लोगों का कहना था कि महिला ने अपने परिवारीजनों को कोरोना से मौत होने की जानकारी दी थी। इस तरह शव का गांव में अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता। इस पर महिला ने कहा कि गलती से उसके मुंह से कोरोना से मौत की बात निकल गई थी। पति हार्ट अटैक के मरीज थे, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जाकर पड़ताल की।
एसडीएम के समझाने पर परिजन हुए शांत
एसडीएम रामजी मिश्रा, सीओ रामशब्द यादव ने ग्रामीणों को समझाया कि कोरोना पॉजिटिव युवक का शव को इस तरह एंबुलेंस से दिल्ली से नहीं भेजा जा सकता। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए। दोपहर में युवक के शव का गांव के बाहर ही अंतिम संस्कार कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिला का चेकअप किया तो वह ठीक थी। एसडीएम रामजी मिश्रा ने बताया कि कुछ ग्रामीणों अंतिम संस्कार किए जाने का विरोध कर रहे थे। लोगों को समझा बुझाकर शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया।