Corona virus : शेयर बाजार में कोरोना-सा 'कहर, जनिये क्या है वजह Aligarh news
कोरोना वायरस का असर अब अर्थ व्यवस्था पर भी दिखने लगा है। शुक्रवार को शेयर बाजार में तो इसका कहर सा दिखा। 11 साल में निफ्टी की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट रही।
अलीगढ़ [ जेएनएन ] : 'कोरोना वायरस का असर अब अर्थ व्यवस्था पर भी दिखने लगा है। शुक्रवार को शेयर बाजार में तो इसका 'कहर सा दिखा। 11 साल में निफ्टी की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट रही। इससे लाखों निवेशकों व ब्रोकरों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। शेयरों की खरीदारी को बड़ा झटका लगा है। बिकवाली में हावी रही। ब्रोकर व निवेशक अपनी भाषा में इसे ब्लेक फ्राइडे कह रहे हैं। जनवरी में चीन में कोरोना वायरस ने लोग अपनी गिरफ्त में लेने शुरू किए थे। इसके बाद यह फैलता गया। इसकी रोकथाम के लिए चीन सरकार अपनी पूरी ताकत झोंके हुए है। हर रोज मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। एयरपोर्ट व बंदरगाहों पर पहरा बिठा दिया है।निवेशकों की विक्रय राशि 40 फीसद घट गई
इसका असर दुनियाभर की अर्थ व्यवस्था पर पडऩे लगा है। सुबह बाजार खुला तो 11380 रुपये निफ्टी फ्यूचर पर था, उतार-चढ़ाव के बीच 11016.65 न्यूनतम स्तर छूआ। 11629.25 रुपये सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट रही। इसके चलते वैश्विक बिकवाली हाबी रही, जिससे इस गिरावट से अलीगढ़ के निवेशक अछूते नहीं रहे। अलीगढ़ के निवेशकों की विक्रय राशि 40 फीसद घट गई।
अन्य ऑटोमोबाइल्स कंपनियों के शेयर भी जमकर पिटे
विभिन्न कंपनियों के शेयरों में 10 से 15 फीसद गिरावट दर्ज की गई। सरकारी बैंकों में 10 फीसद, टेलीकॉम कंपनियों के छह से सात फीसद गिरावट दर्ज की गई। पावर कंपनियां जैसे-एमटीपीएल पावर, ग्रिड में पांच से छह फीसद, टाटा मोटर्स सहित अन्य ऑटोमोबाइल्स कंपनियों के शेयर भी जमकर पिटे। इससे डरे निवेशकों ने बड़े पैमाने पर बिकवाली की। पोर्टफोलियो में शेयर की खरीदारी नहीं की।
एक्सपर्ट की राय
शेयर बाजार के एक्सपर्ट संजय माहेश्वरी ने बताया कि कोरोना वायरस मात्र चीन की नहीं, विश्व की समस्या बन चुका है। निवेशक व ब्रोकर डरें नहीं। इसका जल्द हल निकलने की उम्मीद है। धीरे-धीरे अच्छी कंपनियों के शेयरों की खरीदारी शुरू करें। जल्द मार्केट में उछाल देखने को मिलेगा।
तेजी के साथ बाजार में आई है गिरावट
शेयर ब्रोकर - दीपक राठी, ने कहा कोरोना वायरस के चलते वैश्विक बिकवाली हाबी है, जिससे अलीगढ़ के निवेशक भी अछूते नहीं रहे। उनमें भय है। इसे सुधरने में समय लगेगा। वहीं निवेशक - दुर्गेश नंदिनी, बोले जिस तेजी के साथ बाजार में गिरावट आई, उससे सुरक्षित निवेश की गुंजाइश कम दिख रही थी। मैंने कई कंपनियों के शेयर घाटे से बेचे हैं।निवेशक - सतीश माहेश्वरी ने कहा शेयर बाजार में आज अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। मैंने न तो अपने शेयर बेचे और ना ही खरीदे। वैट एंड वॉच की स्थिति रही।