अलीगढ़ में कोरोना संक्रमित डॉक्टर ने वार्ड में दी परीक्षा, ऑनलाइन कॉपी सील
कोरोना वायरस ने जितना नुकसान पहुंचाया है उससे कहीं अधिक आगे इंसान ने जीत हासिल करने के लिए कदम बढ़ाए हैं।
अलीगढ़ जेएनएन : कोरोना वायरस ने जितना नुकसान पहुंचाया है, उससे कहीं अधिक आगे इंसान ने जीत हासिल करने के लिए कदम बढ़ाए हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज में कुछ ऐसा ही शिक्षक व डॉक्टरों ने किया है। कोरोना संक्रमित पाई गई मेडिकल कॉलेज की एक डॉक्टर ऑफ मेडिसिन की छात्रा को वार्ड में परीक्षा दिलाई। छात्रा ने परीक्षा तो ऑफलाइन दी लेकिन कॉपी को ऑनलाइन सील किया गया। इस तरह का यह पहला मामला है।
190 छात्र छात्राएं हुए शामिल
जेएन मेडिकल कॉलेज में मंगलवार से डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) और मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) की परीक्षा शुरू हुई है। ऑफलाइन आयोजित की जा रही इस परीक्षा में 190 छात्र-छात्राएं शामिल हुए हैं। एमडी पैथोलॉजी की अलीगढ़ निवासी एक छात्रा सोमवार को कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। वह परीक्षा देना चाहती थी। ऐसे में इंतजामिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि परीक्षा कैसे कराई जाए। परीक्षा के नियंत्रक प्रो. मुजीबुल्लाह जुबैरी ने बताया कि छात्रा को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। पीपीई किट के साथ वार्ड का प्रबंधन करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों से कॉपी और पेपर दिलाए गए। छात्रा पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी गई। दोपहर 2:30 बजे से 5:30 बजे तक परीक्षा चली। इसके बाद छात्रा को मोबाइल दिया गया। नियंत्रक कार्यालय ने एक विशेष पोर्टल पहले ही बना लिया था। छात्रा से उसकी उत्तरपुस्तिका के पेजों की फोटो लेकर पोर्टल पर अपलोड कराया गया। मूल कॉपी सील कवर में है, जिसे बाद में एकत्र किया जाएगा। कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने इस व्यवस्था पर खुशी जताते हुए शिक्षक व डॉक्टरों को बधाई दी है। कहा है, परीक्षा का आयोजन भी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कराया गया।
तीन महीने बाद मिलता मौका
परीक्षा कंट्रोलर के अनुसार यदि यह छात्रा अब परीक्षा देने से चूक जाती तो इसे तीन महीने बाद मौका मिलता। इसका दूसरा पेपर गुरुवार को इसी तरह कराया जाएगा।