चाय पर चर्चा करके ¨हदू जागरण मंच से निबटाएंगे विवाद
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : ¨हदू बाहुल्य स्कूलों में क्रिसमस मनाने पर गंभीर परिणाम की चेतावनी देने
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : ¨हदू बाहुल्य स्कूलों में क्रिसमस मनाने पर गंभीर परिणाम की चेतावनी देने वाले ¨हदू जागरण मंच के नेताओं को ईसाई समाज ने चाय पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया है। शुक्रवार को ईसाई समाज के प्रतिनिधि रूप में अधिवक्ता ओसमंड चार्ल्स ने ¨हदू जागरण मंच के नेताओं को चाय पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया है। शनिवार को औपचारिक पत्र भी दिया जाएगा। मीडिया को जारी बयान में चार्ल्स ने कहा कि हम किसी तीसरे को मध्यस्थ क्यों बनाएं? क्यों न खुद ही पूरे मामले को बातचीत के जरिए सुलझा लें। मंच के नेता हमारे पास चाय पर आएं। हम उन्हें औपचारिक न्योता भेज रहे हैं। वहीं, ¨हदू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष सोनू सविता का कहना है कि अगर न्योता मिला तो ईसाई समाज के साथ चाय पर जरूर चर्चा करेंगे। हम फिर स्पष्ट कर रहे हैं कि हमारा इरादा क्रिसमस का विरोध करना नहीं था। हम इसके जबरन थोपे जाने के खिलाफ हैं। वहीं, मानव सेवा संस्थान के अध्यक्ष केपी मौर्य ने प्रशासन से मंच नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पूर्व विधायक पुत्र ने जबरन सेंटा कैप पहनाने का आरोप लगाया
अलीगढ़ : भाजपा के विधायक रहे स्वर्गीय केके नवमान के बेटे सत्यप्रकाश नवमान ने नातिन को जबरन सेंटा क्लॉज की कैप पहनाने का आरोप लगाया है। कहा, उसे ड्रेस पहना रहे थे। मना किया तो कैप पहना दी। सराय रतनलाल स्थित आवास पर पत्रकारों से मुखातिब सत्यप्रकाश ने कहा कि नातिन जिया आगरा रोड स्थित डीपीएस जूनियर विंग में पांचवीं की छात्रा है। शुक्रवार दोपहर 3.45 बजे घर लौटने पर उसने आपबीती सुनाई। सत्यप्रकाश ने स्कूल पर जबरन ईसाइयत थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। कहा, हम क्रिसमस विरोधी नहीं, लेकिन जबर्दस्ती के विरोधी हैं। शनिवार को विधिक राय लेकर स्कूल पर कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने क्रिसमस पर धमकी देने वाले ¨हदू जागरण मंच का बचाव भी किया। कहा, मंच ने धमकी नहीं दी, जबर्दस्ती का विरोध किया है।
आरोप झूठे, मर्जी से लगाई थी कैप : ग्रोवर
डीपीएस की प्रिंसिपल रश्मी ग्रोवर का कहना है कि क्रिसमस सेलेब्रेशन के लिए छोटे बच्चों से कैप मंगाई गई थी, न कि ड्रेस। खाली हाथ आई इस बच्ची ने टीचर को बताया था कि वह कैप लाना चाहती थी, मगर घरवालों ने रखवा ली। प्रोग्राम में शामिल होने के कारण टीचर ने उसे कैप दे दी। उसने मर्जी ने लगा ली। स्कूल में कोई जोर-जबर्दस्ती नहीं की गई। मेरे यहां सभी धमरे के बच्चे पढ़ते हैं। हम किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं करते।
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