कांग्रेस नेता श्यौराज जीवन ने लिखा सीएम योगी को पत्र, कहा- चैनल ने किया बदनाम Aligarh News
कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय सफाई मजदूर आयोग के पूर्व सदस्य श्यौराज जीवन ने एक टीवी चैनल द्वारा बदनाम करने के मामले में सीएम से शिकायत की है। आरोप है कि हाथरस प्रकरण में उन्हें जानबूझकर बदनाम किया गया।
अलीगढ़, जेएनएन। कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय सफाई मजदूर आयोग के पूर्व सदस्य श्यौराज जीवन ने एक टीवी चैनल द्वारा बदनाम करने के मामले में सीएम से शिकायत की है। आरोप है कि हाथरस प्रकरण में उन्हें जानबूझकर बदनाम किया गया। ऐसे में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए।
दंगा कराने के संबंध में बदनाम किया
जीवन ने शिकायत में कहा है कि पांच अक्टूबर को वह अचल ताल स्थित वाल्मीकि मंदिर में बैठे हुए थे। तभी अमित नाम के किसी व्यक्ति का उनके पास फोन आया और मिलने के लिए कहा। उसे वहीं बुला लिया था। उसने कहा कि वह प्रदेश में योगी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहता है। इसके लिए 10 करोड़ रुपये खर्च कर देगा। उन्हें गलत लगने पर तुंरत एडीजी को सूचना दी। मगर संपर्क नहीं हो सका था। अगले दिन वॉट््सएप के माध्यम से सूचना दी गई, लेकिन सात अक्टूबर को उन्होंने टेलीविजन चैनल पर देखा कि वही व्यक्ति उन्हें दंगा कराने के संबंध में बदनाम कर रहा है। गलत बयानबाजी कर रहा है। उन्होंने थाना गांधीपार्क में भी तहरीर दी है। इंस्पेक्टर मणिकांत शर्मा ने कहा कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है।
यह है मामला
14 सितंबर की सुबह अनुसूचित जाति की पीड़ता को गंभीर हालत मेें स्वजन कोतवाली चंदपा लेकर आए थे। पुलिस ने पीड़िता को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां से गंभीर हालत में अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया था। मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के ही संदीप पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। इधर लड़की की हालत में कई दिन तक सुधार नहीं आया। विवेचना कर रहे सीओ सादाबाद ब्रह्मसिंह ने पीड़िता के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर मामले में धाराएं बढ़ाईं थीं। इससें संदीप के साथ-साथ उसके तीन अन्य साथियों को भी नामजद किया गया। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है। जेएन मेेेेेडिकल से पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग में रेफर कर दिया था। मंगलवार को पीड़िता की मौत हो गई थी। मंगलवार देर रात प्रशासन ने हाथरस के गांव बूलगढ़ी में अंतिम संस्कार कर दिया था। रात मेंं पुलिस द्वारा जबरन अंतिम संस्कार करने के विरोध में वाल्मीकि समाज-कांग्रेसी व पुलिस के बीच पथराव हो गया था। पुुुुुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस मामले में कांग्रेस के नेता श्यौराज जीवन समेत कांग्रेसियों के खिलाफ रिपोर्ट हुई थी।